प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ में संविधान लेकर मंगलवार को पुराने संसद भवन से पैदल मार्च करते हुए नये संसद भवन जाएंगे. पीएम के साथ सभी 783 सांसद पैदल जाएंगे. सभी सांसदों के हाथ में भी संविधान की प्रति रहेगी. संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा एवं राज्यसभा की कार्यवाही नये संसद भवन में संचालित होगी. आज इसकी घोषणा दोनों सदनों में की गयी.
नये संसद भवन में कार्यवाही का समय तय
नये संसद भवन में सदन की कार्यवाही का समय तय हो चुका है. लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने आज सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी. वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को दोपहर सवा दो बजे शुरू होगी. संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलने का कार्यक्रम है.
लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही नये भवन में संचालित होने की घोषणा की
संसद के विशेष सत्र के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा को सूचित किया कि सोमवार को संसद भवन में कार्यवाही का अंतिम दिन है और आज के बाद सदन की कार्यवाही नए भवन में संचालित होगी. उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी सदस्य नए संसद भवन में नई आशाओं, नई उम्मीदों के साथ प्रवेश करेंगे। बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि नए भवन में भारत का लोकतंत्र नई ऊंचाईयां प्राप्त करेगा.
पुराने संसद भवन के इतिहास को लोकसभा अध्यक्ष ने किया याद
सदन को सम्बोधित करते हुए बिरला ने कहा कि संसद भवन स्वतंत्रता प्राप्ति की ऐतिहासिक घड़ी से लेकर भारत के संविधान निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया और इसके साथ आधुनिक राष्ट्र की गौरवशाली लोकतांत्रिकक यात्रा का साक्षी रहा है. स्वतंत्र भारत की प्रथम लोकसभा के अध्यक्ष गणेश वासुदेव मावलंकर को याद करते हुए बिरला ने कहा कि देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था के प्रथम अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नियम समिति, विशेषाधिकार समिति, कार्य मंत्रणा समिति सहित कई अन्य संसदीय समितियों की स्थापना की और सदन के अंदर उच्चतम परंपराओं की नींव रखी.
Also Read: ‘यह ऐतिहासिक निर्णयों का सत्र’, संसद विशेष सत्र पर PM Modi, पढ़ें संबोधन की 10 बड़ी बातें
विभिन्न दलों के बीच सहमति-असहमति के बीच पिछले 75 वर्षों में देशहित में सामूहिकता से निर्णय लिए गए
अन्य सभी पूर्व लोकसभा अध्यक्षों के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि उनसे पूर्व 16 अध्यक्षों ने संसद की श्रेष्ठ परम्पराएं स्थापित की हैं. सदन को संवाद संस्कृति का जीवंत प्रतीक बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न दलों के बीच सहमति-असहमति के बीच पिछले 75 वर्षों में देशहित में सामूहिकता से निर्णय लिए गए तथा संसदीय विचार-विमर्श की पद्धति से देश की जनता के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए कानून बनाए गए. उन्होंने कहा कि आपदा और संकट के समय में भी सदन ने एकजुटता और प्रतिबद्धता से उनका सामना किया है.
Also Read: PHOTOS: महिला सांसदों ने पुराने संसद भवन के लिए हाथों से लिखा नोट, यादें साझा कीं
सभी सांसद मंगलवार को समूह में खिंचाएंगे तस्वीर
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मंगलवार को समूह में तस्वीर खिंचवाने के लिए एकत्र होंगे और फिर वे संसद की समृद्ध धरोहर की याद में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे तथा 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेंगे. उसके बाद वे नये संसद भवन में प्रवेश करेंगे. लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, सभी सांसदों को समूह में तस्वीर खिंचवाने के लिए मंगलवार को सुबह नौ बजकर 30 मिनट पर आमंत्रित किया गया है.
समूह में तीन तस्वीरें ली जाएंगी
समूह में तीन तस्वीरें ली जाएंगी. पहली तस्वीर में, लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य होंगे, दूसरी में राज्यसभा सदस्य और तीसरी तस्वीर में लोकसभा के सदस्य होंगे.
नये संसद भवन में प्रवेश के लिए नये पहचान पत्र जारी किये गये
सांसदों नये संसद भवन में प्रवेश करने के लिए नये पहचान पत्र जारी किये जा रहे हैं. वर्तमान संसद भवन में सांसद भोजन कक्ष में खानपान की सुविधा, सांसद अतिथि भोजन कक्ष, केंद्रीय हॉल, मीडिया पैंट्री जैसी सुविधाएं मंगलवार दोपहर तक उपलब्ध रहेंगी और उसके बाद संगम एक और संगम दो नामक दो कक्षों (लाउंज) समेत नये संसद भवन में नये स्थानों पर ये सुविधाएं उपलब्ध होंगी.