Political Crisis In MP: भाजपा के हुए सिंधिया, कहा- कांग्रेस में नयी सोच, विचारधारा व नेतृत्व को मान्यता नहीं
कांग्रेस के ‘वास्तविकता से दूर' होने का दावा करते हुए भाजपा में बुधवार को शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि विपक्षी दल अब पहले जैसी पार्टी नहीं रह गयी है और वहां ‘नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं है.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के ‘वास्तविकता से दूर’ होने का दावा करते हुए भाजपा में बुधवार को शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि विपक्षी दल अब पहले जैसी पार्टी नहीं रह गयी है और वहां ‘नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं है.
भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ मंच साझा करते हुए सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश-दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है और वह भविष्य की चुनौतियों को परखते हुए उसका क्रियान्वयन कर रहे हैं. मोदी के नेतृत्व में भारत का भविष्य सुरक्षित है.
सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आहत थे क्योंकि वह अपने पूर्व संगठन (कांग्रेस) में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने कहा, ‘अभी जो कांग्रेस पार्टी है, वह पार्टी नहीं है जो पहले थी ‘ उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के कारणों में ‘‘कांग्रेस पार्टी में वास्तविकता से इंकार” तथा ‘‘नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना” बताया
सिंधिया ने कहा, ‘वहां (कांग्रेस) राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर अलग अलग विडंबना है. ऐसे में मैंने यह निर्णय (भाजपा में शामिल होने) किया’ सिंधिया ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में ‘एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी.लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए,चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो. ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है’.
उन्होंने कहा कि राजनीति का लक्ष्य जनसेवा का भाव होना चाहिए. राजनीति उस लक्ष्य की पूर्ति का माध्यम होना चाहिए. सिंधिया ने भाजपा में शामिल होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को धन्यवाद दिया.