New Vaccine In India : अगस्त से मिलेगी बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन, जानें क्यों बड़ा दांव लगा रही है सरकार- दिया 1500 करोड़ एडवांस
वैक्सीन अगस्त से मिलने लगेगा. इसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही है. इस संबंध में सरकार ने जानकारी दी है कि इस वैक्सीन के 30 करोड़ खुराक खरीदेंगे जायेंगे और इसका इस्तेमाल भी वैक्सीनेशन के लिए होगा.
देश में दो तीन वैक्सीन की मदद से कोरोना से जंग जारी है. अब खबर है कि भारत में एक और वैक्सीन तैयार की जा रही है. हैदरावाद की कंपनी बायलॉजिकल-ई (Biological E) इसे तैयार कर रही है. सरकार ने पहले ही वैक्सीन के लिए 1500 करोड़ रुपये एडवांस में दे दिया है.
वैक्सीन अगस्त से मिलने लगेगा. इसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही है. इस संबंध में सरकार ने जानकारी दी है कि इस वैक्सीन के 30 करोड़ खुराक खरीदेंगे जायेंगे और इसका इस्तेमाल भी वैक्सीनेशन के लिए होगा.
सरकार जिन 30 करोड़ खुराक की आस लगाये बैठी है.जो दिसंबर के आखिरी महीने तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. सरकार इस वैक्सीन के आने के बाद देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को और तेजी से आगे ले जा सकेगी. अगस्त से प्रतिमाह छह करोड़ अतिरिक्त टीके होंगे.
बायलॉजिकल ई कंपनी की यह वैक्सीन कई मायनों में अहम हो सकती है क्योंकि कंपनी पहले से ही चार वैक्सीन के साथ काम कर रही है. इन वैक्सीन के निर्माण के दौरान का अनुभव वह अपनी वैक्सीन में लगायेगी जिसे वो तैयार करने वाली है.
कंपनी ने एक अरब वैक्सीन बनाने का लक्ष्य रखा है यह कनाडा की एक कंपनी Providence Therapeutics Holdings के साथ काम कर रही है और बारत में mRNA vaccines निर्माण की तकनीक को भी आयात करेगी. इस कदम से भारत में इस नयी तकनीक के फायदे आगे भी होंगे. यह आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन होगी. कंपनी ने दूसरे चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है जिसमें बेहतर रिजल्ट मिले हैं अब कंपनी तीसरे चरण के ट्रायल कर रही है.
सरकार ने इस कंपनी को वैक्सीन बनाने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिया है.सरकार वैक्सीन निर्माण के बाद की प्रक्रिया में भी तेजी दिखा रही है और हर चरण पर ट्रायल के बाद इसे इजाजत दी जा रही है. वैक्सीनेशन के कार्यक्रम को जैव प्रौद्यौगिकी विभान ने भी 100 करोड़ रुपये की मदद दे रही है.
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सरकार इस कंपनी पर इतना फोकस इसलिए भी कर रही है कि कंपनी ने कई मौकों पर खुद को साबित किया है. यह कंपनी निजी क्षेत्र की पहली स्वदेसी वैक्सीन निर्माता कंपनी है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कंपनी की शाख मजबूत है. 2025 तक कंपनी देश की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है.