युवा और बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है कोरोना की नयी लहर, चौकाने वाले आंकड़े
देशभर में संक्रमितों के जो आंकड़े सामने आये हैं उसमें महाराष्ट्र के आंकड़े पर नजर डालें तो पायेंगे 0- 5 साल के लगभग 10 हजार बच्चे कोरोना संक्रमित है जबकि 6 से 10 साल के 15 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. अगर मामले की गंभीरता को समझना है तो किसी एक राज्य के आंकड़े को सिर्फ मत देखिये आइये दूसरे राज्यों में संक्रमण की स्थिति को समझते है.
कोरोना संक्रमण की नयी लहर बच्चों और युवाओं के लिए ज्यादा खतरनाक है. कई राज्यों में नवजात बच्चों से लेकर युवाओं तक को संक्रमण ज्यादा हो रहा है. पहली लहर में व्यस्क और बीमार लोगों को खतरा था तो इस बार जब कोरोना की नयी लहर आयी तो बच्चों और युवाओं को निशाना बना रही है.
देशभर में संक्रमितों के जो आंकड़े सामने आये हैं उसमें महाराष्ट्र के आंकड़े पर नजर डालें तो पायेंगे 0- 5 साल के लगभग 10 हजार बच्चे कोरोना संक्रमित है जबकि 6 से 10 साल के 15 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. अगर मामले की गंभीरता को समझना है तो किसी एक राज्य के आंकड़े को सिर्फ मत देखिये आइये दूसरे राज्यों में संक्रमण की स्थिति को समझते है.
Also Read: धूप में ज्यादा देर बैठने से कम हो सकता है कोरोना संक्रमण का खतरा
छत्तीसगढ़ में 0से 5 साल के 900 से ज्यादा बच्चे संक्रमित पाये गये है जबकि 6 से 10 साल के 15 हजार से ज्यादा बच्चे संक्रमित हैं. इसी तरह कर्नाटक में 0-5 साल के 900 और 6 से 10 साल के 1200 से ज्यादा बच्चे संक्रमित है. देश की राजधानी दिल्ली में भी 0-5 साल के 450 और 6 से 10 साल के 700 से ज्यादा बच्चे इस संक्रमण का शिकार हो गये हैं. इसी तरह उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बच्चों में ज्यादा है. इसी तरह युवाओं को भी संक्रमण ज्यादा निशाना बना रहा है.
देश की राजधानी सहित कई राज्यों से कोरोना के जो आंकड़े सामने आये हैं उसमें ज्यादातर वैसे युवा हैं जो कामकाजी है और जिनकी उम्र 30 से 50 साल के बीच की है. ऐसे लोगों में भी संक्रमण के मामले देखे गये हैं. युवा वर्ग को कोरोना की नयी लहर से ज्यादा सुरक्षित रहने की जरूरत है. कोरोना संक्रमण से बचाव के उन सभी नियमों का पालन करना जरूरी है जिस पर सरकार बार- बार ध्यान देने की अपील कर रही है.