पंजाब में नए सीएम के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस! सुनील जाखड़ रेस में सबसे आगे

Punjab Congress News कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में अगले मुख्यमंत्री के नाम पर रविवार तक मुहर लगने की खबर सामने आ रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 18, 2021 10:11 PM

Punjab Congress News कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में अगले मुख्यमंत्री के नाम पर रविवार तक मुहर लगने की खबर सामने आ रही है. इन सबके बीच, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) पर्यवेक्षक चंडीगढ़ में रहेंगे और पंजाब के अगले मुख्यमंत्री को आज रात या कल सुबह तक अंतिम रूप दिया जाएगा.

रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में मुख्यमंत्री पद के लिए सुनील जाखड़ फ्रंट रनर हैं. जबकि, अन्य में अंबिका सोनी, विजय इंदर सिंगला शामिल हैं. वहीं, पार्टी के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि कांग्रेस नए सीएम के नेतृत्व में पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार सुबह 11 बजे फिर से बुलाई गई है.

वहीं, पंजाब कांग्रेस के विधायकों की अहम बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा कि बैठक में दो प्रस्तावों को स्वीकार किया गया है. हरीश रावत ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में अच्छा काम किया है और पार्टी को उम्मीद है कि वो उनका मार्गदर्शन पार्टी को मिलता रहेगा. पार्टी का दूसरा अहम प्रस्ताव नए मुख्यमंत्री को लेकर रहा, हरीश रावत ने कहा कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा इसे लेकर फैसला सोनिया गांधी करेंगी.

इससे पहले एआईसीसी ने शनिवार को राज्य के कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई. बैठक के लिए शनिवार को कांग्रेस आब्जर्वर हरीश चौधरी और अजय माकन प्लेन से दिल्ली से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे. यहां से वे पंजाब कांग्रेस भवन के लिए रवाना हो गए. मोहाली एयरपोर्ट पर कांग्रेस पर्यवेक्षकों का पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने स्वागत किया.

उल्लेखनीय है कि एआईसीसी के महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार रात को विधायक दल की बैठक की घोषणा की थी. बता दें कि पिछले महीने, राज्य के चार मंत्रियों और अनेक विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ असंतोष के स्वर उठाए थे और कहा था कि उन्हें अब इस बात का भरोसा नहीं है कि अमरिंदर सिंह में अधूरे वादों को पूरा करने की क्षमता है.

Next Article

Exit mobile version