अमृतपाल सिंह का सहयोगी अवतार सिंह खांडा की लंदन में संदेहास्पद स्थिति मे मौत हो गई है. आपको बताएं की खांडा लंदन में खालिस्तानी आंदोलन का नेतृत्व कर रहा था और उस पर भारतीय दूतावास पर हमला करने का भी आरोप था. खांडा के मौत के बाद एनआईए सतर्क हो गई है. एनआईए की नजर हालात पर बनी हुई है साथ ही एक टीम को लंदन रवाना किया गया है.
खांडा की मौत से विदेश में चल रहे खालिस्तानी आंदोलन को बड़ा झटका लगा है. ये वही अवतार सिंह खांडा है जिसने भारतीय उच्चायोग पर प्रदर्शन कर भारतीय झंडे को उतारा था जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर किया गया था. इस मामले की जांच पहले से एनआईए कर थी. अब हालात पर नजर रखने और जांच के लिए एक टीम लंदन के लिए रवाना हुई है.
खांडा एनआईए की वांटेड लिस्ट में शामिल था. अमृतपाल से पहले ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन को चलाने वाले दीप सिद्धू से भी खांडा का अच्छा संपर्क था. अवतार सिंह का पूरा परिवार खालिस्तान आंदोलन से जुड़ा हुआ है. बताया जाता है कि अमृतपाल को पंजाब भेजने और वहां एक मुहिम चलाने के पीछे इसी शख्स का हाथ था.
लंदन में भारतीय उच्चायोग में 19 मार्च की हिंसा के मुख्य सूत्रधार, अवतार सिंह खांडा एक रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन में दोहरी ज़िंदगी जी रहा था, रिपोर्ट बताती है कि ब्रिटेन में राजनीतिक शरण चाहने वाला अवतार सिंह खंडा उर्फ आजाद कोई और नहीं बल्कि रणजोध सिंह है, जो नामित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) का स्वयंभू प्रमुख है. खांडा के पिता कुलवंत सिंह खुकराना भी एक केएलएफ आतंकवादी था, जिसे 1991 में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. खांडा ने 19 मार्च के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जैसा कि दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी में बताया गया है.
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