NIA Raid at Punjab : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने सोनीपत के गांव गढ़ी सिसाना में सुबह पांच बजे गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी और सेरसा के अंकित के घरों पर छापा मारा. इस छापे मारे जाने का मुख्य उद्देश्य गैंगस्टरों और उनके गुर्गों पर शिकंजा कसना था. यह कदम लॉरेंस बिश्नोई गैंग को तोड़ने के लिए उठाया गया था, जो सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी थे. साथ ही जानकारी सामने आ रही है कि यह छापेमारी करीब 32 ठिकानों पर की गई है जिसके तहत सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले के आरोपियों के घर की तलाशी ली गई है.
पंजाब में 29 मई 2022 को हुई गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में एनआईए ने दोनों को गिरफ्तार किया था. लॉरेंस बिश्नोई की संगठित टेरर-क्राइम सिंडिकेट को तोड़ने के लिए एनआईए छापे मार रही थी. इस बयान के बाद गुरुवार को दिल्ली हेडक्वार्टर से एनआईए की टीम सोनीपत पहुंची, जिसमें डीएसपी सौरव भारद्वाज की अगुवाई में कई सदस्य और महिला कर्मी भी शामिल थीं. टीम ने प्रियव्रत फौजी के घर की तलाशी लेने के साथ ही उनकी मां से पूछताछ की. प्रियव्रत फौजी जेल में बंद है, और उनके भाई की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो चुकी है. टीम ने गांव सेरसा में भी अंकित सेरसा के पिता से पूछताछ की और उन्हें कुंडली थाना में ले जाकर जानकारी जुटाई.
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बेरी निवासी कुलदीप उर्फ कशिश के घर पहुंची एनआईए की टीम ने भी वही किया जो सोनीपत और सेरसा में किया गया था. टीम ने बेरी थाने पहुंचकर कुलदीप के घर पर सर्च अभियान चलाया, और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की. इस दौरान उनकी मां, भाई, और भाभी घर में मौजूद थे. टीम ने करीब एक घंटे तक सर्च अभियान चलाया और परिवार के लोगों से जानकारी जुटाई. इसके बाद टीम वापस लौट गई. पवन बिश्रोई के घर पहुंची टीम ने भी एनआईए के तत्वावधान में उनकी तलाशी ली. टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक परिवार से पूछताछ की और उनके भाई सोनू के मोबाइल की भी जांच की. इस जांच और पूछताछ के बाद, टीम वापस चली गई.