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जम्मू-कश्मीर: NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे कश्मीर में सर्च ऑपरेशन

पुंछ इलाके में कुछ दिन पहले आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था. इसके बाद से ही सुरक्षा और जांच एजेंसियां पूरे कश्मीर में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. आज NIA एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर रही है. NIA की ओर से बताया गया कि एक साल पहले दर्ज एक केस की जांच के लिए छापेमारी की है.

By Abhishek Anand | May 2, 2023 9:43 AM

NIA ने पिछले साल दर्ज एक मामले में अपनी जांच के सिलसिले में आज जम्मू-कश्मीर में 12 स्थानों पर तलाशी ली, ताकि आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश का पता लगाया जा सके, जो कि विभिन्न अभियुक्त संगठनों और उनके सहयोगियों के कैडरों और ओवरग्राउंड वर्कर्स द्वारा रची गई थी.ऑफ-शूट, अपने पाकिस्तानी कमांडरों के संचालकों के इशारे पर विभिन्न छद्म नामों के तहत काम कर रहे हैं.

पुंछ आतंकी हमले के बाद से जांच एजेंसियां एक्टिव 

आपको बताएं कि , जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में कुछ दिन पहले आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था. इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों ने सेना के वाहन की लोकेशन ट्रेस करके पहले से ही घात लगाकर बैठ गए थे. जैसे ही वाहन पहुंचा तड़ातड़ फायरिंग शुरू कर दी और बम से भी हमला किया. इसके बाद से ही सुरक्षा और जांच एजेंसियां पूरे कश्मीर में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. आज NIA एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने जांच में उठाए सवाल 

पुंछ में हमला हुआ तो सुरक्षा एजेंसियों ने नकेल कसनी शुरू की. ऐसे में कई नेता एजेंसियों पर ही सवाल उठाने लगे थे. नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि जांच के नाम पर बेवजह लोगों को सताया जा रहा है.वहीं एनआईए की ओर से बताया गया कि एक साल पहले दर्ज एक केस की जांच के लिए छापेमारी की है. एनआईए ने 12 लोकेशन्स पर रेड की है.

पुंछ हमले में 5 जवान हुए थे शहीद 

पुंछ हमले के बाद आतंकियों ने बाकायदा एक वीडियो जारी किया था. जिसमें बताया था कि उन्होंने कैसे हमला किया. आज एनआईए छापेमारी कर रही है. मध्य और साउथ कश्मीर में ये छापेमारी की जा रही है. घाटी के 04 जिलों में रेड हो रही है. जम्मू के पुंछ जिले में भी कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के मुताबिक मामला टेरर लिंक से जुड़ा है, जिसको लेकर पिछले महीने भी जम्मू-कश्मीर में रेड की गई थी.

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