नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के नार्को आतंकी मामले में मोहाली में विशेष अदालत में 10 आरोपितों के खिलाफ मंगलवार को चार्जशीट दाखिल की. एनआईए ने खुलासा करते हुए आरोप पत्र में बताया है कि भारत में आतंकियों की फंडिंग के लिए पाकिस्तान नार्को टेरर मॉड्यूल का इस्तेमाल कर रहा था. साथ ही कहा कि आतंकी संगठन के प्रतिबंधित समूह के लिए भारत से धन जुटाने की साजिश रची है.
एनआईए के मुताबिक, अब तक अभियुक्तों से 98.5 लाख रुपये, आठ वाहन और तीन किलोग्राम हेरोइन जब्त की जा चुकी हैं. साथ ही कई की पहचान भी की गयी है. एनआईए ने पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडरों व उनके सहयोगियों और पंजाब में आतंकी गिरोहों द्वारा रची गयी साजिश का भी खुलासा किया, जो ड्रग तस्करी / ड्रग पेडलिंग के जरिये भारत में आतंकी बुनियादी ढांचे का समर्थन करने और बढ़ाने के लिए किया गया था.
एनआईए के एक अधिकारी के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने इसी साल अप्रैल माह में आतंकी हिलाल अहमद वागे को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 29 लाख रुपये की नकदी बरामद की थी. हिलाल अहमद वागे से पूछताछ के बाद पाकिस्तान के आतंकी कनेक्शन का पर्दाफाश हो गया. वागे को हिरासत में लेकर जांच शुरू किये जाने के बाद हिजबुल मुजाहिदीन के नार्को-फंडिंग मॉड्यूल का भी भंडाफोड़ हो गया. मामले को लेकर हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नाइकू को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए मई माह में जम्मू-कश्मीर पहुंची, लेकिन वह फरार हो गया. बाद में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में नाइकू को ढेर कर दिया.
अधिकारी के मुताबिक, जुलाई माह में एनआईए ने हिलाल के आवास पर छापेमारी की. यहां से मिले दस्तावेज के मुताबिक हिलाल के यहां से बरामद 29 लाख रुपये हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर नाइकू को सौंपने के लिए कश्मीर पहुंचाया जाना था. इसके लिए दो और आतंकी रंजीत सिंह और इकबाल सिंह उर्फ शेरा भी को जिम्मेदारी दी गयी थी. हेरोइन मामले में रंजीत अटारी सीमा पर पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है.
मालूम हो कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में पंजाब पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स से जुड़े अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्कर राजिंदर सिंह और पंजाब पुलिस के कांस्टेबल कर्मजीत सिंह को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पूर्व कर्मजीत मोहाली के खरड़ स्थित फोरेंसिक लैब में तैनात चीफ केमिकल एग्जामिनर का ड्राइवर था. दोनों आरोपित लॉकडाउन के दौरान हवाला के जरिये 12 करोड़ रुपये की ड्रग मनी पाकिस्तान और कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को पहुंचा चुके हैं.