Nirbhya Case : दोषी विनय ने खेला इमोशनल दांव, कहा- ‘मुझे फांसी देने से रेप रूक जायें तो फांसी दे दो’

Nirbhya बालात्कार और हत्या मामले के दोषियों में से एक विनय शर्मा ने अपनी फांसी रूकवाने के लिए इमोशनल दांव खेला है. विनय ने जेल अधिकारियो से कहा कि अगर मुझे फांसी देने से अगर रेप रूक जायेगी तो फांसी दे दो. लेकिन एक बात सुन लो, मुझे फांसी दे देने से रेप नहीं रूकेगा.

By AvinishKumar Mishra | March 19, 2020 12:49 PM
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नयी दिल्ली : निर्भया बालात्कार और हत्या मामले के दोषियों में से एक विनय शर्मा ने अपनी फांसी रूकवाने के लिए इमोशनल दांव खेला है. विनय ने जेल अधिकारियो से कहा कि अगर मुझे फांसी देने से अगर रेप रूक जायेगी तो फांसी दे दो. लेकिन एक बात सुन लो, मुझे फांसी दे देने से रेप नहीं रूकेगा.

तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि फांसी से एक दिन पहले विनय से जब उसकी इच्छा पूछी गयी तो, उसने कुछ नहीं बोला. दरअसल निर्भया मामलें में चारों दोषियों का कानूनी विकल्प खत्म हो चुका है, जिसके बाद निचली अदालत ने चारों दोषियों को 20 मार्च के दिन फांसी दिये जाने की तारीख मुकर्रर की है.

परिजनों ने की मुलाकात- बुधवार को निर्भया मामले के दो दोषी विनय और मुकेश के परिजन इन दोनों से मुलाकात करने जेल आये. इनमें मुकेश की मां और भाई और विनय से उसके माता-पिता ने मुलाकात की. हालांकि अभी तक दोषी अक्षय के परिजन मुलाकात करने नहीं आये हैं.

रिव्यू पिटिशन पर आज सुनवाई- निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मौत की सजा पाए चार दोषियों के वकील ने बुधवार को यहां एक याचिका दायर कर अदालत से उनके मृत्युदंड पर रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि उनकी दूसरी दया याचिका अब भी लंबित है, जिसके बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने इस याचिका पर तिहाड़ जेल के अधिकारियों और पुलिस को नोटिस जारी करते हुए कहा कि वह इस पर गुरूवार सुनवाई करेंगे.

जल्लाद ने किया प्रैक्टिस– दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया मामले के चार दोषियों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद ने बुधवार को पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया. दोषियों को जेल में शुक्रवार को फांसी दी जानी है. जेल अधिकारियों ने बताया कि पवन मंगलवार को मेरठ से राजधानी पहुंचे और उन्होंने रस्सी से पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया. इस रस्सी का इस्तेमाल दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए होगा. तिहाड़ जेल के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक ही अपराध के लिए एक ही समय पर चार दोषियों को फांसी दी जाएगी.

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