PM Modi के भाषण से पहले निर्मला सीतारमण ने किया विपक्ष पर हमला, पढ़ें संबोधन की 9 बड़ी बातें
सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. आइए पढ़ते है उनके संबोधन की कुछ प्रमुख बातें...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को शाम 4 बजे लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे. यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दी है. इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही आज सुबह शुरू होने के कुछ देर बाद ही स्थगित हो गयी. दोबारा 12 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. आइए पढ़ते है उनके संबोधन की कुछ प्रमुख बातें…
#WATCH | No Confidence Motion discussion | Union FM Nirmala Sitharaman says, "Words like 'banega, milega' are not in use anymore. What are the people using these days? 'Ban gaye, mil gaye, aa gaye'. During UPA, people said 'Bijli aayegi', now people say 'Bijli aa gayi'. They said… pic.twitter.com/SLVPqbBOlL
— ANI (@ANI) August 10, 2023
विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए की सरकार के समय जनता को कहा जाता था कि काम किया जाएगा, लेकिन काम होता नहीं था. लेकिन आज हमारी सरकार सारे काम कर रही है. ऐसे में जो लोग काम नहीं करते थे वह हमपर कैसे सवाल खड़े कर सकते है.
आगे उन्होंने अपना रुख हमलावर रखते हुए ही कहा कि यूपीए के समय भ्रष्टाचार के कारण पूरा एक दशक बेकार हो गया था. इसीलिए आज हर संकट और विपरीत परिस्थिति को सुधार और अवसर में बदला जा रहा है और जो रायता उस सरकार ने फैलाया है उसे समेटा जा रहा है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि साल 2013 में मॉर्गन स्टेनली ने भारत को दुनिया की पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शामिल किया था. भारत को नाजुक अर्थव्यवस्था घोषित किया गया था. आज उसी मॉर्गन स्टेनली ने भारत को अपग्रेड किया और ऊंची रेटिंग दी. 9 वर्षों में, हमारी सरकार की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था ऊपर उठी और आर्थिक विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे बीमारी के आने के बावजूद हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं.
निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा है कि ‘बनेगा, मिलेगा’ जैसे शब्द अब उपयोग में नहीं हैं। आजकल लोग क्या उपयोग कर रहे हैं? ‘बन गए, मिल गए, आ गए’। यूपीए के दौरान लोग कहते थे ‘बिजली आएगी’, अब लोग कहते हैं ‘बिजली आ गई’। उन्होंने कहा ‘गैस कनेक्शन मिलेगा’, अब ‘गैस कनेक्शन मिल गया’, एयरपोर्ट ‘बनेगा’, अब एयरपोर्ट ‘बन गया’…”
आगे उन्होंने कहा कि परिवर्तन वास्तविक डिलीवरी के माध्यम से आता है, न कि बोले गए शब्दों के माध्यम से। आप लोगों को सपने दिखाते हैं। हम उनके सपनों को हकीकत बनाते हैं। हम सभी को सशक्त बनाने और किसी के तुष्टिकरण में विश्वास नहीं करते हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है, “लोगों ने 2014 और 2019 में यूपीए के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और उन्हें हरा दिया। 2024 में भी स्थिति वैसी ही होगी। आगे उन्होंने कहा कि यह समझना कठिन है कि वे एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं या एक साथ.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है, “हमने महसूस किया है कि बैंकिंग क्षेत्र को स्वस्थ रहने की जरूरत है और इसलिए हमने कई कदम उठाए। बैंक राजनीतिक हस्तक्षेप के बिना काम करने में सक्षम हैं, वे पेशेवर ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ‘बैंकों में विफलता हुआ आपका रायता’ हम साफ कर रहे हैं”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने I.N.D.I.A. गठबंधन पर कहा कि कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली में यहां के मोहल्ला क्लीनिक देखने आए थे. उन्होंने आकर कहा कि इनमें कुछ खास नहीं है और हम निराश हैं. यह उनकी लड़ाई का एक उदाहरण है. ऐसा ही आगे भी होगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कहती हैं, “हमारी डीबीटी कहानी दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए एक उदाहरण स्थापित करती है। मैं यूपीए द्वारा डीबीटी के संचालन को मान्यता देता हूं लेकिन 2013-14 में केवल 7,367 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए थे। उस राशि से, डीबीटी हस्तांतरण 5 गुना बढ़ गया है 2014-15 तक ही। पिछले वित्तीय वर्ष में 7.16 लाख करोड़ रुपये डीबीटी के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं।”