मुंबई : अपने इतिहास के पहले बड़े चक्रवात की जद में आने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर में बना भारी दबाव मंगलवर दोपहर में तूफानी चक्रवात में तब्दील हो गया. मंगलवार देर रात तक इसके भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ बुधवार को मुंबई से उत्तर की ओर 110 किमी दूरी पर टकरायेगा. इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र और गुजरात पर पड़ने वाला है.
आइएमडी के डिप्टी डीजी आनंद शर्मा ने बताया कि बुधवार को चक्रवात का ज्यादा असर दिखायी देगा. इस दौरान 100-125 किलोमीटर प्रतिघंटे की की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. कुछ इलाकों में भारी और अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी गयी है. निसर्ग तूफान से मुंबई समेत महाराष्ट्र के तटवर्ती जिले सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, ठाणे, रायगढ़ और पालघर सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं. मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व अरब सागर, लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल तट की ओर न जाने की सलाह दी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि कोरोना को देखते हुए राहत कार्य के दौरान सावधानी बरती जायेगी. कच्चे घरों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
1891 के बाद पहली बार महाराष्ट्र में टकरायेगा कोई तूफानमौसम विभाग के साइक्लोन इ-एटलस के मुताबिक, 1891 के बाद पहली बार अरब सागर में महाराष्ट्र के तटीय इलाके के आसपास समुद्री तूफान की स्थिति बन रही है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इससे पहले 1948 और 1980 में दो बार उत्तर हिंस महासागर में इस तरह का दवाब बना था, लेकिन बाद में जून के महीने में तूफान आने की स्थिति टल गयी थी. यानी एक सदी से भी अधिक समय में ऐसा पहली बार होगा जब अरब सागर में विकसित होने के बाद कोई तूफान महाराष्ट्र से टकरायेगा.
एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात, गुजरात ने छह और मांगीएनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने जानकारी दी है कि दोनों राज्यों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं. 10 टीमें महाराष्ट्र में और 11 टीमें गुजरात में हैं. हालांकि, गुजरात ने पांच और टीमों की मांग की है. इसलिए उन्हें पंजाब से एयरलिफ्ट किया जा रहा है. वे देर रात तक गुजरात पहुंच जायेंगे. गुजरात में कुल 16 टीमें और महाराष्ट्र में 10 टीमें होंगी. महाराष्ट्र में छह और गुजरात में दो टीमें स्टैंडबाय पर हैं.
प्रधानमंत्री रख रहे नजर, की सलामती की दुआतूफान की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने देश के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में तूफान को लेकर बने हालात के बारे में जानकारी ली है. प्रधानमंत्री ने सभी लोगों की सलामती के लिए दुआ की है और लोगों से हर मुमकिन एहतियात और सुरक्षा के कदम उठाने की अपील की है.
125 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, लोगों को तटों और समुद्र में नहीं जाने की सलाह- 02 दिनों से हो रही बारिश, मुंबई के धारावी में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 31.46 मिमी बारिश दर्ज, पुणे समेत राज्य के कुछ हिस्सों में आंधी और तेज हवाओं के साथ बारिश- 33 टीमों की तैनाती की गयी है महाराष्ट्र-गुजरात में, गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों संग की वीडियो कॉन्फ्रेंस, लिया तैयारियों का जायजा.
असम में लगातार बारिश से भूस्खलन, 20 लोगों की मौत, नौ जख्मीगुवाहाटी. असम के गुवाहाटी समेत तीन जिलों में मंगलवार को भयंकर भूस्खलन हुआ. यहां भूस्खलन की चपेट में आये बीस से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है. मरने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. इस हादसे में नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि इस क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. ऐसे में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर रखा है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ट्वीट कर दुख जातते हुए कहा कि लगातार बारिश से भूस्खलन के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख हुआ. उन्होंने जिला प्रशासन और एसडीआरएफ को निर्देश दिया है कि वे बचाव, राहत अभियान चलाएं और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की सुविधा प्रदान करें.