भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. डॉ दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई आरोप लगाये हैं. इसके समर्थन में उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया है. राहुल गांधी का यह कृत्य प्रधानमंत्री ही नहीं, सदन की भी अवमानना है.
निशिकांत दुबे ने एक पेज की अपनी चिट्ठी में रुल्स ऑफ प्रोसीजर एंड कंडक्ट ऑफ बिजनेस इन लोकसभा के रूल 223 के तहत सांसद राहुल गांधी के खिलाफ प्रिविलेज नोटिस दिया है. इसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सांसद ने सदन में प्रधानमंत्री के खिलाफ गुमराह करने वाले, पीएम को अपमानित किया है. उन्होंने असंसदीय और अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है. इसलिए उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई होनी चाहिए.
बता दें कि मंगलवार को लोकसभा में देश के जाने-माने उद्योगपति अदाणी के मसले पर जमकर हंगामा हुआ. सरकार और विपक्ष के बीच वार-पलटवार हुआ. अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा. सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला.
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श्री गांधी ने अदाणी समूह से जुड़े मामले का हवाला देते हुए कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि अदाणी समूह की विदेश में शेल कंपनियां हैं. उन्होंने सरकार से कहा कि वह इसका पता लगाये. उसकी जांच करवाये. राहुल गांधी ने ‘अग्निपथ’ योजना के लिए भी सरकार को घेरा. कहा कि इस योजना को सेना पर थोपा गया है.
राहुल गांधी के इस बयान का केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू और वरिष्ठ भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने जोरदार शब्दों में विरोध किया. दोनों सांसदों ने कहा कि राहुल गांधी को तथ्यहीन आरोप नहीं लगाने चाहिए. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सौदा करना और कमीशनखोरी कांग्रेस की संस्कृति रही है.