Covaxin के इमरजेंसी इस्तेमाल को डब्ल्यूएचओ द्वारा जल्दी ही अनुमति मिल जायेगी. इस बात की जानकारी आज नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने दी. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार डॉ पॉल ने कहा कि कोवैक्सीन के इमरजेंसी यूज को अनुमति देने की प्रक्रिया अच्छी चल रही है और काफी आगे बढ़ चुकी है, उम्मीद है कि सकारात्मक परिणाम जल्दी ही सामने आयेंगे.
Covaxin टीके का इस्तेमाल भारत में टीकाकरण के लिए किया जा रहा है इसके अलावा कोविशील्ड वैक्सीन भी लोगों को दिया जा रहा है. कोवैक्सीन का निर्माण देश में हुआ है और इसे हैदराबाद स्थित दवा कंपनी भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सहयोग से विकसित किया है. जबकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण किया है.
डब्ल्यूएचओ द्वारा अबतक स्वीकृति नहीं दिये जाने की वजह से भारतीयों को विदेश यात्रा में बाधा आ रही है क्योंकि कई देश सिर्फ उनको ही अपने यहां आने की अनुमति दे रहे हैं जिन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित टीका लिया है.
22 जून को वैक्सीन निर्माताओ ने कहा था कि थर्ड फेज के क्लिनिकल ट्रॉयल में वैक्सीन की प्रभावकारिता 77.8% थी.यही वजह है कि वैक्सीन निर्माताओं को उम्मीद है कि डब्ल्यूएचओ की अनुमति जल्दी ही मिल जायेगी. निर्माता ने यह भी दावा किया है कि आवश्यक दस्तावेजों में से लगभग 90 प्रतिशत पहले ही डब्ल्यूएचओ को जमा किए जा चुके हैं और शेष जुलाई में भेजे जायेंगे.
भारत में जनवरी 2021 से कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिली थी. अभी देश में इसका टीकाकरण जारी है. बच्चों के लिए भी कोवैक्सीन टीके का ट्रॉयल चल रहा है और उम्मीद जतायी जा रही है कि अगस्त तक बच्चों का टीकाकरण भी शुरू हो जायेगा.
Posted By : Rajneesh Anand