Niti Aayog Meeting: नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की आज यानी शनिवार को बैठक है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक का कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बहिष्कार का ऐलान किया है. गौरतलब है कि नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के बाद ये दूसरा मौका है जब कई राज्यों के सीएम नीति आयोग की बैठक में शामिल न होकर सरकार का विरोध कर रही है. इससे पहले नये संसद भवन के उद्घाटन का भी 19 से ज्यादा राजनीतिक दलों ने बहिष्कार का ऐलान किया है.
इन राज्यों के सीएम नहीं ले रहे हिस्सा: नीति आयोग की बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, तमिलानाडु के सीएम एमके स्टालिन और तेलंगाना के केसीआर ने बहिष्कार का ऐलान किया. वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन शुक्रवार को पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर कहा कि वह बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे.
सहकारी संघवाद को बना दिया गया है मजाक-केजरीवाल: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र के हालिया अध्यादेश पर नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की और आरोप लगाया कि देश में सहकारी संघवाद को मजाक बना दिया गया है. बता दें, बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने हाल में लाए अपने अध्यादेश के जरिए नौकरशाही पर दिल्ली सरकार के निर्वाचित कार्यकारी नियंत्रण को वापस ले लिया है, जिसे 11 मई को अपने फैसले के माध्यम से उच्चतम न्यायालय की ओर से दिया गया था.
पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधि नहीं शामिल होगा: नीति आयोग की बैठक में पश्चिम बंगाल का भी कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य के वित्त मंत्री और मुख्य सचिव को भेजने के तृणमूल कांग्रेस नीत सरकार के अनुरोध को केंद्र ने ठुकरा दिया. इसी कड़ी में राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि हमने केंद्र से अनुरोध किया था कि मुझे और मुख्य सचिव को बैठक में शामिल होने की अनुमति दी जाए क्योंकि ममता बनर्जी किसी अन्य काम में व्यस्त हैं. लेकिन केन्द्र ने इसकी मंजूरी नहीं दी, इसलिए बैठक में पश्चिम बंगाल का कोई प्रतिनिधि नहीं होगा.
भाषा इनपुट के साथ