नयी दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) के मामले अब डराने लगे हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान 1,94,720 केस आये, तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल के साथ नीति आयोग (NITI Aayog) के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पाल (Dr VK Paul) और आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव भी मौजूद थे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ वीके पाल ने ओमिक्रॉन की गंभीरता और कोरोना संक्रमण के दौरान ली जाने वाली दवा के बारे में विस्तार से बताया. डॉ पाल ने चेतावनी दी कि ओमिक्रॉन को हल्के में न लें. यह कोई साधारण फ्लू नहीं है. इसलिए जिम्मेदारी का परिचय दें. मास्क लगायें. अगर वैक्सीन नहीं ली है, तो ले लें. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को बढ़ने से रोकें. वैक्सीन काफी हद तक कोरोना के संक्रमण से बचाने में मददगार है.
डॉ पाल ने यह भी बताया कि लोगों को किस अनुपात में दवा लेना चाहिए. कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि लोग जरूरत से ज्यादा दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं. दवा का ओवरयूज या मिसयूज दोनों चिंता बढ़ाने वाला है. ज्यादा दवा न लें. दवा का दुरुपयोग भी न करें. बाद में यह आपकी परेशानी बढ़ा सकता है. अगर लगता है कि आपको परेशानी है, तो गर्म पानी पीयें. गर्म पानी में नमक मिलाकर गार्गल करें. घर पर सुरक्षित रहें.
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इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर जेनरल डॉ बलराम भार्गव (Dr Balram Bhargava) ने कहा कि सभी सिम्पटोमेटिक लोगों को टेस्ट कराना चाहिए. हाई-रिस्क वाले जो लोग हैं, अगर कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हैं, तो अपना कोविड टेस्ट (Covid Test) जरूर करवाएं. अगर आपमें कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं, तो आपको टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है. शर्त यह है कि आप हाई रिस्क वाले व्यक्ति न हों. यानी आपको कोई गंभीर बीमारी न हो. आपकी उम्र 60 साल से अधिक न हो. अगर आप किसी संक्रमित के संपर्क में आ गये हैं, तो 7 दिन तक होम कोरेंटिन में रहें.
Omicron is not common cold, it's our responsibility to slow it down. Let's #MaskUp and get vaccinated, whoever is due. It's fact they (vaccines) are helpful to an extent. Vaccination critical pillar of our COVID response: Niti Aayog Member (Health) Dr VK Paul pic.twitter.com/bEv7Ne8vtp
— ANI (@ANI) January 12, 2022
स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल (Lav Agrawal) ने चुनाव प्रचार में छूट के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के बढ़ते मामलों और उससे उत्पन्न स्थिति पर नजर रख रहा है. चुनाव आयोग ने 15 जनवरी (15 January) तक चुनाव प्रचार (Election Campaign) को लेकर गाइडलाइन पहले ही जारी कर दिया है. आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग चुनाव आयोग (Election Commission of India) के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेगा और उसके बाद जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये जा सकते हैं. कोरोना की स्थिति को देखने के बाद चुनाव आयोग इस पर अंतिम फैसला लेगा.
Posted By: Mithilesh Jha