Nitin Gadkari: खराब सड़क निर्माण पर नितिन गडकरी का तंज, सरकारी बाबूओं को दिया ये संदेश
Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने निर्माण की खराब गुणवत्ता के कारण सड़कों की बार-बार होने वाली मेंटेनेंस को लेकर तंज कसा है. साथ ही सरकारी बाबूओं को सख्त लहजे में अपने काम को समय पर पूरा करने की चेतावनी भी दी है.
Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने निर्माण की खराब गुणवत्ता के कारण सड़कों की बार-बार होने वाली मेंटेनेंस को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बार-बार सड़कों के रखरखाव से नेताओं, अधिकारियों और ठेकेदारों सहित सभी को बहुत संतुष्टि मिलती है, जिसका कारण सभी को पता है. वहीं, केंद्रीय मंत्री ने सरकारी बाबूओं को सख्त लहजे में दिए अपने संदेश में कहा कि फाइलों पर मत बैठिए और अपने काम को समय पर पूरा करने का प्रयास करें.
सड़कों को बार-बार खोदना एक सामान्य बात
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रखरखाव एक ऐसा विषय है, जो नेताओं से लेकर अधिकारियों व ठेकेदारों तक को खुश करता है. बार-बार रखरखाव का काम बहुत संतुष्टि लाता है. हालांकि, इसमें जनता की ही हार होती है. उन्होंने कहा कि टिकाऊ सड़कों के लिए निर्णय लेने पर ठेकेदार परेशान हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपना व्यवसाय खो देंगे. साथ ही निर्माण के बाद सड़कों को बार-बार खोदना शहरों में एक सामान्य बात है.
समाधान खोजने का वक्त आ गया
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि नई तकनीकों और सामग्रियों को अपनाकर टिकाऊ और रखरखाव मुक्त सड़कों के निर्माण के लिए समाधान खोजने का समय आ गया है. नितिन गडकरी ने कहा कि सरफेसिंग के लिए 8 इंच सफेद टॉपिंग और रबरयुक्त बिटुमेन का उपयोग करके सड़कें बनाने की योजना है. उन्होंने कहा कि ऐसी सड़कें 25 साल तक टिकाऊ हो सकती हैं और उन्हें शायद ही किसी रखरखाव की आवश्यकता होगी.
सरकारी कर्मियों को काम करने की सलाह
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों और सरकारी बाबूओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपना काम ठीक से करें, फाइलें दबाकर बैठना कही से उचित नहीं है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे भारत के विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा हासिल करने के रास्ते में बाधा नहीं बनें. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अधिकारियों की सुस्ती या लालफीताशाही को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. व्यवस्था को साफ करने के लिए ऐसे अधिकारियों को बाहर कर दिया जाएगा.