बिहार में इस समय सियासी सरगर्मी तेज है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) गठबंधन में टूट की आशंका बढ़ गई है. बिहार में फिर से सत्ता परिवर्तन की संभावना तेज होती जा रही है. जदयू और आरजेडी के बीच कथित रूप से खराब होते रिश्ते के बीच बीजेपी में बैठकों का दौर शुरू है. इस बीच पश्चिम बंगाल की बीजेपी नेता और विधायक अग्निमित्रा पॉल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
एनडीए में शामिल होना चाहते हैं नीतीश कुमार : अग्निमित्रा पॉल
बिहार के राजनीतिक हालात पर बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, बहुत सी बातें सुनने को मिल रही हैं, जैसे नीतीश कुमार एनडीए में वापस आना चाहते हैं, पीएम मोदी के अधीन काम करना चाहते हैं. पॉल ने कहा, हम किसी को नहीं रोक सकते, जिस तरह का विजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है मजबूत भारत के लिए, उनके के खिलाफ कोई चेहरा नहीं है जो टिक पाएगा. जो गठबंधन (I.N.D.I.A) बना था उसका क्या हुआ, आप देख सकते हैं. अगर कोई (बीजेपी) में शामिल होना चाहता है, तो यह अच्छी बात है.
#WATCH | On Bihar political situation, BJP MLA Agnimitra Paul says, "A lot of things can be heard, like Nitish Kumar wants to come back to NDA, wants to work under PM Modi. We can't stop anyone, the kind of vision PM Modi has, for a strong India. There is no face against PM Modi… pic.twitter.com/mXt3Z0Rbcs
— ANI (@ANI) January 27, 2024
नीतीश कुमार पद के लिए कहीं भी जा सकते हैं : छेदी पासवान
बिहार बीजेपी सांसद छेदी पासवान ने कहा, मैंने पहले भी कहा था कि नीतीश कुमार पद के लिए कहीं भी जा सकते हैं. वह पद के लिए आ रहे हैं और इसीलिए यह बैठक हो रही है. अगर मेरी पार्टी नेता संतुष्ट हैं तो हम भी संतुष्ट हैं.
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सियासी हलचल के बीच आरजेडी की बड़ी बैठक, तेजस्वी बोले- बिहार में अभी खेल होना बाकी है
बिहार में जारी सियासी हलचल के बीच पटना में राजद की बड़ी बैठक हुई. बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री और पार्टी नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी नेताओं से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं. कई चीजें उनके (नीतीश कुमार) नियंत्रण में नहीं हैं. ‘महागठबंधन’ में राजद के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया. मुख्यमंत्री मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे, 2005 से पहले बिहार में क्या था? मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी. अब और भी लोग हमारे साथ हैं. जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया, चाहे वह नौकरी हो, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना आदि. ‘बिहार में अभी खेल होना बाकी है’.
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