नयी दिल्ली/लखनऊ : दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम में एक धार्मिक समारोह में शामिल हुए 6 लोगों की तेलंगाना में हुई मौत के बाद उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों के पुलिस अधीक्षकों को आदेश दिया गया है कि जमात में शामिल अपने इलाकों के लोगों की पहचान कर उनकी मेडिकल जांच कराई जाए.
उत्तर प्रदेश के पुनिस अधीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अजय शंकर राय ने गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, हापुड़, बिजनौर, बागपत, वाराणसी, भदोही, मथुरा, आगरा, सीतापुर, बाराबंकी, प्रयागराज, बहराइच, गोण्डा व बलरामपुर के पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट किया गया है.
जारी पत्र के अनुसार कहा गया है कि निजामुद्दीन आने वाले उत्तर प्रदेश जनपदों के निवासी नागरिकों की टीम के सदस्यों की सूची प्रेषित करते हुए सूची में अंकित व्यक्तियों के कोरोना वायरस के प्रभावित होने के संबंध में उनका विधिवत प्राथमिकता के आधार पर मेडिकल टेस्ट आदि कराये जाने एवं संक्रमित व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराने का निर्देश दिया.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि मरकज में शामिल होने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 और 15 मार्च को कई लोग गये थे. उनमें कुछ तेलंगाना के भी थे. उसमें 6 लोगों की मौत हो गयी है.
गौरतलब है कि जमात में शामिल 24 लोगों के कोराना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों को बताया कि 1,033 लोगों को विभिन्न स्थानों पर भेजा गया है.
मंत्री ने कहा, इस समारोह में शामिल हुए 700 लोगों को पृथक किया गया है और करीब 335 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. जैन ने बताया कि तबलीग-ए-जमात आयोजन में शामिल हुए लोगों की सरकार जांच कर रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को जमात की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था.
पुलिस ने निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी. अधिकारियों ने बताया था कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था. हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे.
पुलिस को पिछले दो दिनों में निजामुद्दीन स्थित मरकज से 281 विदेशी नागरिक मिले हैं. इनमें नेपाल के 19, मलेशिया के 10, अफगानिस्तान का एक, म्यांमार के 33, इंडोनेशिया के 72, अल्जीरिया का एक नागरिका, किर्गिजस्तान के 28, बांग्लादेश के 19, थाईलैंड के सात, श्रीलंका के 34 नागरिक शामिल हैं. कुछ अन्य देशों के नागरिक भी हैं. अधिकारी ने कहा कि इनमें से ज्यादातर विदेशी नागरिक पर्यटक वीजा पर भारत आए थे.