कांग्रेस द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. रिजीजू ने मणिपुर हिंसा को लेकर भी जवाब दिया और राज्य की मौजूदा स्थिति के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
कांग्रेस की गलत नितियों के कारण मणिपुर जल रहा : रिजीजू
किरेन रिजीजू ने कहा, मणिपुर की चिंगारी आज नहीं निकली है, कांग्रेस की गलत नितियों के कारण मणिपुर जल रहा है. किरेन रिजीजू ने कहा दिल्ली में बैठे लोग यह मत सोचिए कि मणिपुर आज जल गया है. यह कांग्रेस की वर्षों की लापरवाही के कारण हुआ है. आपकी खराब नीतियों के चलते मणिपुर जल रहा है. आपने उन्हें उनके भाग्य पर छोड़ दिया.
विपक्ष ने नॉर्थ-ईस्ट की चिंता कभी नहीं की, 2014 के बाद नॉर्थ-ईस्ट के हालात बदले
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान लोकसभा में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता किरेन रिजीजू ने कहा, 2014 से पहले, पूर्वोत्तर के कई लोगों को दिल्ली और देश के अन्य प्रमुख शहरों में नस्लीय भेदभाव और अत्याचार का सामना करना पड़ा था. विपक्ष ने नॉर्थ-ईस्ट की कभी चिंता नहीं की. आज हालात खराब हैं, तो उन्हें याद आ रही है. रिजीजू ने कहा, 2014 के बाद हालात बदले और आजादी के बाद पहली बार गुवाहाटी में डीजीपी कॉन्फ्रेंस हुई. इस बैठक के दौरान, पीएम ने निर्देश दिया कि पुलिस को पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नॉर्थ-ईस्ट का विकास हुआ है. रिजीजू ने कहा, नॉर्थ-ईस्ट में 843 स्कूल खोले गये हैं.
Before 2014, many people from the Northeast faced racial discrimination and atrocities in Delhi and other major cities of the country. After 2014 the situation changed, and the DGP conference was held in Guwahati for the first time after independence. During this meeting, the PM… pic.twitter.com/YRYCW6DPX9
— ANI (@ANI) August 8, 2023
भारत विरोधी काम और नाम रखा I-N-D-I-A
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने लोकसभा में विपक्षी गठबंधन पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, यही वो कांग्रेस है जो नॉर्थ ईस्ट के सांसदों को संसद में बोलने तक नहीं देते थे. पूर्वोत्तर राज्य को यह कांग्रेस भारत का हिस्सा तक नहीं मानती थी. किरेन रिजीजू ने कहा कि ये लोग भारत विरोधी काम करते हैं और अपने गठबंधन का नाम I-N-D-I-A रखा.
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पुराने संसद भवन में शायद यह आखिरी अविश्वास प्रस्ताव होगा
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस करते हुए कहा, विपक्ष और कांग्रेस गलत समय में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आयी है. कुछ दिनों में भारत जी20 देशों की अध्यक्षता करने वाला है. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, पीएम मोदी दुनिया की अगुआई करने में सक्षम हैं. उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, गलत बयानबाजी से बचना चाहिए.
मणिपुर पर प्रधानमंत्री का ‘मौनव्रत’ तोड़ने के लिए लाए अविश्वास प्रस्ताव: कांग्रेस
लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस ने मणिपुर में हिंसा को लेकर ‘डबल इंजन’ सरकार पर पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव मजबूरी में लाना पड़ा ताकि इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मौनव्रत’ तोड़ा जा सके. सदन में पार्टी के उप नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को चर्चा के लिए रखते हुए यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पद पर क्यों बनाए रखा? उन्होंने दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मौन रहना चाहते हैं क्योंकि उन्हें सिर्फ अपनी छवि से लगाव है और वह अपनी सरकार, गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विफलताओं को सामने नहीं आने देना चाहते. कांग्रेस सांसद ने कहा, मैं इस अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों को आभार प्रकट करते हैं.
मजबूरी में अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा : गोगोई
गौरव गोगोई ने कहा, यह हमारी मजबूरी है कि हमें यह अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा है. यह संख्या को लेकर नहीं है, बल्कि मणिपुर के इंसाफ के लिए है. गोगोई ने कहा, यह अविश्वास प्रस्ताव हम मणिपुर के लिए लाए हैं. आज मणिपुर इंसाफ मांगता है, मणिपुर के युवा, महिलाएं इंसाफ मागती हैं. उन्होंने दावा किया कि अगर आज मणिपुर जल रहा है तो भारत जल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर मणिपुर में आग लगी है, मणिपुर विभाजित हुआ तो भारत में आग लगी है, भारत विभाजित हुआ है. कांग्रेस नेता ने कहा, हमारी मांग थी कि देश के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री सदन में बयान दें और यहां से सदेश दिया जाए कि दुख की घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं.
कांग्रेस ने पूछा, पीएम मोदी को मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे?
गोगोई ने सवाल किया, प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्हें मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे? जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड के लिए बोले. उन्होंने आरोप लगाया कि आज तक प्रधानमंत्री की तरफ से संवेदना का कोई शब्द नहीं है, न शांति की गुहार लगाई. कांग्रेस नेता ने सवाल किया, प्रधानमंत्री ने आज तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया? गुजरात, उत्तराखंड, त्रिपुरा में चुनाव आने से पहले मुख्यमंत्री को बदल दिया गया। मणिपुर के मुख्यमंत्री को ऐसा क्या आशीर्वाद दे रहे हैं?