कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक टिप्पणी की जिसके बाद लोकसभा में हंगामा मच गया है. अधीर रंजन चौधरी ने अपने आपत्तिजनक में बयान में पीएम मोदी को मणिपुर की घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था. जिस वक्त अधीर रंजन चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की वे सदन में मौजूद थे.
#WATCH | Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi says "…Baseless allegation against the Prime Minister cannot be accepted. This should be expunged and he should apologise" https://t.co/F5sD2IW0Kj pic.twitter.com/NgKqfPtaNx
— ANI (@ANI) August 10, 2023
अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी पर सत्ता पक्षा की ओर से घोर आपत्ति की गयी. गृहमंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री पर इस तरह की टिप्पणी अनुचित है. उसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने नियमों का हवाला देते हुए अपनी आपत्ति व्यक्त की. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री पर इस तरह के अनाप-शनाप आरोप लगाना कहीं से भी उचित नहीं है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप लगाने पर अधीर रंजन चौधरी को सदन से माफी मांगनी चाहिए. इसके बाद स्पीकर ने अधीर रंजन की उस टिप्पणी को संसद की कार्यवाही से हटा दिया.
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अधीर रंजन चौधरी ने अपने भाषण में कहा कि यह संसदीय परंपरा की ताकत है कि आज प्रधानमंत्री को हम सदन में लेकर आये हैं. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारा इरादा अविश्वास प्रस्ताव लाने का नहीं था, लेकिन हमें मजबूर किया गया. हम सिर्फ यही चाहते थे कि हमारे देश के प्रधानमंत्री मणिपुर मामले पर हमारे बोलने से पहले कुछ बोले, लेकिन एेसा नहीं हुआ. पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री अड़े हुए थे, अंतत: हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा और आज प्रधानमंत्री सदन में हैं. हमारी मांग जायज भी थी क्योंकि हमारी मांग किसी बीजेपी के नेता से नहीं थी, बल्कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री से थी, जो लाजिमी है क्योंकि हम भी इस सदन का हिस्सा हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के दूसरे दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला था और उन्हें मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के लिए जिम्मेदार ठहराया था. राहुल गांधी ने यह कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आम आदमी की आवाज सुनाई नहीं देती है, वे सिर्फ कुछ लोगों की आवाज सुनते हैं. उनपर अहंकार हावी है, जिस तरह रावण के अहंकार ने लंका का नाश किया था उसी तरह मोदी जी का अहंकार उनका नाश करेगा और 2024 के चुनाव में जनता उन्हें सत्ता से बाहर कर देगी.