Fourth Wave of Covid in India: पिछले कई दिनों से भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 3 हजार के पार देखे जा रहे हैं. इसको देखते हुए आशंका जतायी जा रही है भारत में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है. लेकिन, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने जो बात कही है, उससे भारत के लोगों के साथ-साथ सरकार को भी बड़ी राहत मिलेगी.
मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी ने की बैठक
कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की. बैठक में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कोरोना के रोकथाम के उपायों में ढिलाई न बरतने की अपील की. कई पश्चिमी देशों में कोरोना की चौथी लहर के मद्देनजर पीएम मोदी को राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलानी पड़ी थी.
कोरोना के बढ़ते केस ने बढ़ा दी चिंता
हाल के कुछ दिनों में कोरोना के बढ़ते केस ने भारत की चिंता बढ़ा दी थी. कुछ विशेषज्ञों ने कहा था कि जून में कोरोना अपने पीक पर हो सकता है. लेकिन, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने बड़ी राहत दी है. उन्होंने एक स्टडी के बाद कहा है कि हो सकता है भारत को चौथी लहर का सामना नहीं करना पड़े.
भारतीयों में विकसित हुई प्राकृतिक इम्यूनिटी
प्रो अग्रवाल ने अपनी इस राय के पीछे भारत के ज्यादातर लोगों में कोविड के खिलाफ बनी प्राकृतिक इम्यूनिटी और वायरस के रूप में कोई नया बड़ा बदलाव नहीं होने जैसी वजहें गिनायी है. आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कोरोना की चाल नापने के लिए एक गणितीय मॉडल बनाया है.
प्रो अग्रवाल की गणना का मॉडल है SUTRA
प्रो अग्रवाल ने इस मॉडल का नाम SUTRA रखा है. इसकी गणना की बदौलत प्रो अग्रवाल पिछले दो साल में कई बार कोरोना की भविष्यवाणी कर चुके हैं. उनकी भविष्यवाणी काफी हद तक सटीक भी साबित हुई है. प्रो अग्रवाल ने दावा किया है कि भारत के 90 फीसदी से ज्यादा लोगों में कोरोना के खिलाफ नेचुरल इम्यूनिटी विकसित हो चुकी है.
अधिकतर भारतीय वैक्सीनेटेड
प्रो अग्रवाल ने कहा है कि एक तो भारतीयों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है. दूसरी तरफ, भारत ने बहुत तेजी से अपने लोगों का वैक्सीनेशन किया है. ज्यादातर लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है. बहुत से लोगों ने बूस्टर डोज या प्रिकॉशन डोज भी लगवा ली है.