अगर आज पीएम मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम उसकी जांच करायेंगे. मुझे ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री को कोई खतरा नहीं था. उक्त बातें पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के आरोपों के बाद यह बयान दिया है.
किसान पिछले एक साल से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. हमने पूरी रात किसानों से बात की जिसके बाद उन्होंने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. आज अचानक फिरोजपुर जिले में कुछ आंदोलनकारी एकत्र हो गये. मैं किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करने जा रहा हूं.
We had asked them (PMO) to discontinue the visit due to bad weather conditions & protests. We had no information of his (Prime Minister Narendra Modi) sudden route change. There was no security lapse during the PM visit: Punjab CM Charanjit Singh Channi pic.twitter.com/TYxRlNL5lt
— ANI (@ANI) January 5, 2022
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मुझे खेद है कि पीएम मोदी को आज फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान वापस लौटना पड़ा. हम अपने प्रधानमंत्री का सम्मान करते हैं. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मुझे आज बठिंडा में पीएम की अगवानी करनी थी, लेकिन जिन लोगों को मेरे साथ जाना था, वे कोरोना पॉजिटिव निकल गये. इसी वजह से मैं आज प्रधानमंत्री को रिसीव करने नहीं गया.
हमने पीएमओ से खराब मौसम और किसानों के विरोध की वजह से यात्रा रोकने को कहा था. हमें प्रधानमंत्री के अचानक मार्ग परिवर्तन की कोई सूचना नहीं थी. पीएम के दौरे के दौरान सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब में बुधवार को सड़क मार्ग से जाते वक्त सुरक्षा में गंभीर चूक के कारण एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे. कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया था, इस वजह से पीएम के काफिले को लौटना पड़ा था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया की और पंजाब सरकार से इस चूक के लिए एक रिपोर्ट मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को कहा है.
गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक मोदी बुधवार सुबह पंजाब में बठिंडा पहुंचे, जहां से वह हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे. बारिश और विजिबिलिटी कम होने की वजह से प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया. बयान के मुताबिक, जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगता.
पंजाब के पुलिस महानिदेशक द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा के लिए रवाना हुए. बयान में कहा गया, हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो यह पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है. प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.