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‘भारत में कोई धर्म खतरे में नहीं’, NSA अजित डोभाल का बयान- देश में इस्लाम का गौरवपूर्ण स्थान

दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कहा कि भारत उन संस्कृतियों और धर्मों का मिलन केंद्र रहा है, जो सदियों से सद्भाव के साथ सह-अस्तित्व में हैं तथा देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम का अनूठा और महत्वपूर्ण गौरव का स्थान है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2023 7:04 PM
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भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आज यानी मंगलवार को कहा कि भारत में सभी धर्में समान हैं. भारत में सभी धर्मों का सम्माकिया जाता है. उन्होंने कहा कि इस देश में कोई भी धर्म खतरे में नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए एनएसए  डोभाल ने कहा कि यहां किसी भी धर्म को खतरा नहीं है. न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबित डोभाल ने कहा है कि भारत की मुस्लिम आबादी इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के 33 से अधिक सदस्य देशों की संयुक्त आबादी के लगभग बराबर है.

धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम का अनूठा गौरव का स्थान- डोभाल
दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कहा कि भारत उन संस्कृतियों और धर्मों का मिलन केंद्र रहा है, जो सदियों से सद्भाव के साथ सह-अस्तित्व में हैं तथा देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम का अनूठा और महत्वपूर्ण गौरव का स्थान है. इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के कार्यक्रम में भारत दौरे पर आए मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा ने भी सभा को संबोधित किया.

अजीत डोभाल ने अल-इस्सा को उदारवादी इस्लाम की प्रामाणिक वैश्विक आवाज और इस्लाम की गहरी समझ रखने वाला एक गहन विद्वान बताया. भारत और सऊदी अरब के बीच उत्कृष्ट संबंधों की सराहना करते हुए डोभाल ने कहा कि ये संबंध साझा सांस्कृतिक विरासत, समान मूल्यों और आर्थिक संबंधों पर आधारित हैं. एनएसए ने कहा, हमारे नेता भविष्य के लिए एक समान दृष्टिकोण साझा करते हैं और एक-दूसरे के साथ निकटता से बातचीत कर रहे हैं. डोभाल ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और लोकतंत्रों की जननी के रूप में भारत अविश्वसनीय विविधता की भूमि है.

भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी- डोभाल
अपने भाषण में अजीत डोभाल ने कहा कि भारत  दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अविश्वसनीय विविधता की भूमि है. यह संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं का एक ऐसा मिश्रण है जो सद्भाव में सह-अस्तित्व में रहता है.  डोभाल ने कहा कि एक समावेशी लोकतंत्र के रूप में भारत अपने सभी नागरिकों को उनकी धार्मिक, जातीय या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना स्थान प्रदान करने में सफलतापूर्वक कामयाब रहा है. उन्होंने कहा कि कई धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम का एक अनूठा और गौरवपूर्ण स्थान है तथा भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है.

भाषा इनपुट से साभार

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