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UP की सात, MP की 28 और छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट के उपचुनाव के प्रचार का शोर थमा, मतदान तीन को, 10 को आयेगा परिणाम

नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के प्रचार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कराये जा रहे विधानसभा उपचुनाव का भी शोर थम गया है. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में सात विधानसीटों, मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों और छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है. इनके लिए तीन नवंबर को मतदान किये जायेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2020 9:39 PM

नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के प्रचार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कराये जा रहे विधानसभा उपचुनाव का भी शोर थम गया है. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में सात विधानसीटों, मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों और छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है. इनके लिए तीन नवंबर को मतदान किये जायेंगे.

उप चुनाव को लेकर निष्‍पक्ष, शांतिपूर्ण और कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षित मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. साथ ही मतदाताओं से अपील की गयी है कि कोविड-19 से सुरक्षा को लेकर दिये गये निर्देशों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाकर ही मतदान करें.

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों के लिए होनेवाले उपचुनाव में बुलंदशहर, मल्‍हनी, नौगांव-सादात, देवरिया, टूंडला, बांगरमऊ, घाटमपुर विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को मतदान होना है. सात सीटों में पांच विधानसभा सीटें निधन, एक सीट बीजेपी नेता के सजायाफ्ता होने और एक सीट सांसद बनने के कारण रिक्त हुई हैं.

नौगांव-सादात सीट पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन, घाटमपुर सीट राज्‍य सरकार में मंत्री कमल रानी वरुण के निधन, बुलंदशहर सीट भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन, देवरिया सीट भाजपा विधायक जनमेजय सिंह के निधन, मल्‍हनी सीट सपा विधायक पारसनाथ यादव के निधन से रिक्‍त हुई है. जबकि, बांगरमऊ सीट विधायक कुलदीप सेंगर के सजायाफ्ता होने से रिक्‍त हुई है. वहीं, भाजपा सरकार में मंत्री रहे एसपी सिंह बघेलपर के आगरा से सांसद बनने के बाद टूंडला सीट रिक्‍त हुई है.

मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को मतदान होना है. इसके लिए रविवार की शाम को चुनाव प्रचार का शोर थम गया. कुल 28 सीटों पर 12 मंत्रियों सहित 355 उम्मीदवार उपचुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं. अधिकतर सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस एवं भाजपा के बीच ही होने की संभावना जतायी जा रही है.

उपचुनाव का परिणाम 10 नवंबर को आयेगा. उपचुनाव के परिणाम पर मध्य प्रदेश की सरकार का भी भविष्य तय होना है. प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में बीजेपी के 107 विधायक हैं, जबकि काग्रेस के 87, चार निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा का विधायक है. अन्य 29 सीटें रिक्त हैं. इनमें दमोह विधानसभा को छोड़ कर शेष 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. बहुमत के आंकड़े को पार करने के लिए बीजेपी को भी सीटों की दरकार है.

इधर, छत्तीसगढ़ की मरवाही विधानसभा सीट से विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव का मतदान भी तीन नवंबर को होना है. इसके लिए चुनाव प्रचार अभियान रविवार की शाम को समाप्त हो गया. मरवाही सीट को जोगी परिवार का गढ़ माना जाता है. हालांकि, अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा का नामांकन पत्र रद्द होने के कारण यहां भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही है. मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी.

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