Lockdown तोड़ने में भारतीय ही नहीं ब्रिटेन के लोग भी आगे, घर से निकलने पर 93 हज़ार का लग रहा जुर्माना
ब्रिटेन में भी लॉकडाउन का पालन ठीक से नहीं किया जा रहा है
कोविड-19 दुनिया ने तमाम देशों को घुटनों के बल लाकर खड़ा कर दिया है. इसमें एक नाम ब्रिटेन भी है. वहां भी इस वक्त लॉकडाउन चल रहा है. एक दिन पहले यानी 28 मार्च तक यहां पर मरने वालों की संख्या 759 थी जो अब बढ़कर 578 हो गयो है. यानी पिछले 24 घंटों में 121 लोगों की मौत हो गयी है.
लेकिन वहां के लोग अब भी इसकी परवाह नहीं कर रहे हैं. जो कि इतना प्रतिबंध होने के बावजूद घर से निकल ही जाते हैं, न ही वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग की लोगों को फिक्र है. अब कहा ये जा रहा है कि अब इस लॉकडाउन को बढ़ाकर 12 हफ्ते का किया जा सकता है क्योंकि लोग इस लॉकडाउन का पालन ठीक तरह से नहीं कर रहे हैं.
आपको बता दें कि ब्रिटेन के प्रधान मंत्री खुद कोरोना से ग्रसित हैं. इससे पहले प्रिंस चार्ल्स भी कोरोना पॉजिटिव पाई गयी थी. भारत की तरह वहां भी जरूरी सेवाओं जैसे हेल्थ केयर, सोशल केयर, फार्मेसी, पुलिस और दमकल को छोड़कर सभी सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों को बंद कर दिया गया है. सभी गैर-जरूरी यात्राओं और ब्रिटेन आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गयी है. 20 अप्रैल तक वहां के सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है.
ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) जांच करने, अस्पताल तैयार करने और समुदाय में वायरस फैलने से रोकने के लिए गंभीर तनाव में है. सभी अस्पतालों की ओपीडी लगभग बंद हैं। मरीजों को टेलीफोन या वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग से सलाह लेने के लिए कहा गया है. सभी कम जरूरी ऑपरेशन भी रद्द कर दिए गए हैं.
किया जा रहा है लोगों से समझदार खरीदारी का आग्रह
ब्रिटेन में बेवजह घूमने पर रोक लगा दी गयी गयी है अगर कोई इसका उल्लंघन करते हुए पकड़ जाता है तो उस पर 1000 पौंड यानी 93 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. सुपरमार्केट्स ने शुरुआती पैनिक खरीदारी को देखा है. हालांकि वहां पर ये भरोसा जरूर दिलाया जा रहा है कि खाने पीने से जुड़े सामानों की कमी नहीं होने दी जाएगी. लोगों से समझदार खरीददारी का आग्रह किया जा रहा है. इसके अलावा हर अस्पताल में कोविड-एरिया और आइसोलेशन एक्शन प्लान के साथ बिस्तरों की व्यवस्था की गई है. आईसीयू को इंटेंसिव ट्रॉमा यूनिट में तब्दील करने के लिए सभी जरूरी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है. हालांकि, कई अस्पताल अभी भी पर्याप्त पर्सनल सेफ्टी इक्विप्मेंट्स स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं दे पा रहे हैं.
ब्रिटेन की सरकार देगी निजी कर्मचारियों को 80 प्रतिशत वेतन
ब्रिटेन की सरकार ने निजी और स्व-रोजगार दोनों क्षेत्रों के लोगों को 80 प्रतिशत तक वेतन देगी. लेकिन इस बात की चिंता बनी हुई है कि आने वाले महीनों में महामारी का सामना कैसे किया जाएगा. हालांकि वहां के डॉक्टरों का कहना है कि जब तक दुनिया से वायरस खत्म नहीं होगा खतरा नहीं टल सकता.
भारतीय भी है लॉक डाउन तोड़ने में आगे
कोरोना वायरस के संकट के बीच भारत सरकार ने भी सभी गैर जरूरी सेवाओं को छोड़कर बंद कर दिया है. देश के ज़्यादतर स्कूल अभी बंद कर दिए गए हैं और लोगों को घर में रहने का आदेवश दे दिया गया है. लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो कि बेवजह घूमने निकल ही जाते हैं, हालांकि प्रशासन भी बेहद मुस्तैदी से अपना काम कर रहा है और इस नियम का सख्ती से पालन कर रहा है. अब तक भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 979 हो गयी है जबकि मौत का आंकड़ा 25 पर पहुंच गयी है. इसके बावजूद लोगों को इस बात की कोई चिंता नहीं है और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं कर रहे हैं कई बार ये देखा जा चुका है कि लोग एक साथ ग्रुप में खड़े हैं.