नोवावैक्स टीके के आपात इस्तेमाल के लिए WHO से मांगी गयी इजाजत, कोरोना से जंग होगी और तेज
एसआईआई और नोवावैक्स ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है और जानकारी दी है कि जल्द ही टीके को आपात स्थिति के लिए इजाजत मिल जायेगी. डब्ल्यूएचओ के पास भेजा गया यह आवेदन कंपनी की ओर से भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेजा गया है.
देश में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज है. ऐसे में एक और अच्छी खबर आ रही है. बायोटेक्नोलॉजी कंपनी नोवावैक्स इंक और भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) ने कोरोना संक्रमण के टीके की आफात उपयोग के लिए अनुमति मांगी है. इस संबंध में कंपनियों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को आवेदन भेजा है.
एसआईआई और नोवावैक्स ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है और जानकारी दी है कि जल्द ही टीके को आपात स्थिति के लिए इजाजत मिल जायेगी. डब्ल्यूएचओ के पास भेजा गया यह आवेदन कंपनी की ओर से भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेजा गया है.
इस संबंध में नोवावैक्स के सीईओ स्टैनली सी एर्क ने कहा है कि आपात अनुमति के लिए डब्ल्यूएचओ को भेजा गया आवेदन वैक्सीनेशन की दिशा में और बेहतर ढंग से काम करेगा. यह कोरोना संक्रमण से जंग में मील का पत्थर साबित होगी.
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महामारी से नियंत्रण के लिए कई तरह से काम करना होगा. इस कोरोना रोधी टीके को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जा सकता है. इसके लिए देश में विभिन्न कोल्ड चेन चैनलों का इस्तेमाल किया जा सकता है. नोवावैक्स और सीरम संस्थान ने मिलकर पिछले महीने भारत, इंडोनेशिया और फिलीपीन्स में नियामक एजेंसियों से मंगाये गये मॉड्यूल को जमा कर लिया है.