अब एनआईए करेगी जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले की जांच, भारत ने UN में उठाया मुद्दा
श्रीनगर : जम्मू एयरफोर्स स्टेशन (Jammu Air Force Station) पर रविवार को हुए ड्रोन विस्फोट (Jammu Drone Attack) की जांच अब एनआईए करेगी. गृह मंत्रालय ने जांच का जिम्मा एनआईए को सौंप दिया है. सीएनएन न्यूज 18 की खबर के मुताबिक अब तक जांच में पता चला है कि इस विस्फोट में आरडीएक्स (RDX) का इस्तेमाल किया गया था. वहीं सोमवार की रात तीन और जगहों पर संदेहास्पट ड्रोन देखे गये हैं. एनआईए इसकी भी जांच करेगी कि वे एक ही ड्रोन थे कि तीन अलग-अलग ड्रोन थे.
श्रीनगर : जम्मू एयरफोर्स स्टेशन (Jammu Air Force Station) पर रविवार को हुए ड्रोन विस्फोट (Jammu Drone Attack) की जांच अब एनआईए करेगी. गृह मंत्रालय ने जांच का जिम्मा एनआईए को सौंप दिया है. सीएनएन न्यूज 18 की खबर के मुताबिक अब तक जांच में पता चला है कि इस विस्फोट में आरडीएक्स (RDX) का इस्तेमाल किया गया था. वहीं सोमवार की रात तीन और जगहों पर संदेहास्पट ड्रोन देखे गये हैं. एनआईए इसकी भी जांच करेगी कि वे एक ही ड्रोन थे कि तीन अलग-अलग ड्रोन थे.
बता दें कि इस हमले में दो लोग घायल हो गये थे. इस हमले में किसी की मौत तो नहीं हुई है लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़ा नुकसान पहुंचा है. भारत ने ड्रोन से आतंकी हमले का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया है और कहा कि दुनिया को इस प्रकार के आतंकी हमले के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है. आज एयरफोर्स के अधिकारियों की एक टीम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी रिपोर्ट सौंपेगी.
एनआईए के सूत्रों ने बताया कि इस हमले में क्वाड कॉप्टर्स ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है. इस प्रकार के ड्रोन से सीरिया में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था. तो इस लिहाज से जांच में इसे भी शामिल किया जायेगा कि क्या इस हमले के तार ईराक या सीरिया से जुड़े हुए हैं. जांच के लिए घटनास्थल से कुछ नमूनें एकत्र कर दिल्ली भेज दिये गये हैं. हमले में कौन सा आतंकवादी संगठन शामिल है इसकी भी जांच चल रही है.
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समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जांच में इस बात का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है ड्रोन को कहां से लॉन्च किया गया था. उम्मीद की जा रही है कि इस ड्रोन के जम्मू के आसपास के इलाके सो लॉन्च और संचालित किया जा रहा था. इसके हर एक आईईडी में करीब 1.5 किलोग्राम आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था. रविवार को दो धमाके हुए एक ड्रोन छत से टकराकर ब्लास्ट हुआ, वहीं दूसरा ड्रोन खुले इलाके में ब्लास्ट हुआ.
इस बीच खबर आई है कि भारत इस्राइल से एंटी ड्रोन तकनीक खरीदने के लिए बात कर रहा है. रविवार के हमले ने सबको इसलिए भी चौंकाया कि आखिर आतंकियों का ड्रोन रडार से कैसे बच गया. डीआरडीए एंटी ड्रोन तकनीक पर काफी पहले से काम कर रहा है और इस मिलिट्री स्टेशनों पर इसको लगाया भी जा चुका है. लेकिन जम्मू एयरफोर्स बेस पर इस तकनीक को अभी तक इंस्टॉल नहीं किया है. इसे ही एक बड़ी चूक माना जा रहा है.
Posted By: Amlesh Nandan.