नयी दिल्ली : राज्य सरकारें अब इंसानों के साथ-साथ शेर, बाघ और तंदुआ (tigers lions and leopards) सहित चिड़ियाघर के बाकी जानवरों का कोरोनावायरस टेस्ट (RT-PCR Test) करने की तैयारी में है. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के कानपुर और गोरखपुर जू में जानवरों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हल्का सा भी लक्षण दिखने पर उनका टेस्ट कराया जा रहा है. हैदराबाद के नेहरू जूलोजिकल पार्क में आठ शेर कोरोना संक्रमित पाये गये थे. वहीं, एमपी में भी जू के जानवरों की कोरोना जांच कराने की तैयारी है.
हिंदुस्तान की एक खबर के मुताबिक कानपुर जू के सहायक निदेशक एके सिंह ने बताया कि बिग कैट प्रजाति के जीवों में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है. इसके लिए यहां के बाघ, शेर और तेंदुओं का कोरोना जांच कराया जायेगा. इस जू में इस समय पांच शेर, आठ बाघ और 21 तेंदुए हैं. 24 घंटे सीसीटीवी से जानवरों की निगरानी की जा रही है. इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है.
नयी दुनिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के भोपाल में बाघ और तेंदुओं का कोरोना जांच कराया जा रहा है. एमपी के सभी टाइगर रिजर्व, जू, अभयारण्य, नेशनल पार्क आदि में जानवरों की निगरानी की व्यवस्था की गयी है. असामान्य लक्षण दिखने पर उनके टेस्ट कराये जायेंगे. भोपाल सहित देश के तीन लैब में सैंपलों की जांच की जायेगी.
पत्रिका की एक रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क में आठ एशियाई शेरों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया था. इन शेरों में संक्रमण का लक्षण देखे जाने के बाद इनका आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया गया था. जिसमें सभी पॉजिटिव पाये गये थे. यह देश का पहला मामला था जब जानवरों में कोरोना का संक्रमण पाया गया था. इससे पहले अमेरिका में यह मामला सामने आया था.
सीएनएन न्यूज 18 की एक खबर के मुताबिक, राजस्थान वन विभाग ने सभी जूलॉजिकल पार्क और जू को सुरक्षा के कड़े निर्देश दिये हैं. वन्यजीवों तक कोरोना संक्रमण न पहुंचे इसके लिए सभी रास्तों पर साफ-सफाई का काम किया गया. पर्यटकों की मौजूदगी वाले हिस्सों को सैनिटाइज किया गया. स्टाफ को गाइडलाइंस के पालन के कड़े निर्देश दिये गये. समय समय पर कर्मचारियों का भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है.
Posted By: Amlesh Nandan.