नई दिल्ली : भारत में अब शायद नौकरी मांगने वाले बेरोजगारों की संख्या में गिरावट आने लगी है. राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन कार्यालय (एनएसएसओ) की ओर से पेश आंकड़ों की मानें, तो भारत के शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में बेरोजगारी दर गिरावट दर्ज की गई है. यह बात दीगर है कि शहरी क्षेत्रों में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों में बेरोजगारी दर में गिरावट कैसे आई है और उन्हें किन सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र या असंगठित क्षेत्रों में काम मिला है, यह एनएसएसओ की सर्वेक्षण रिपोर्ट में नहीं दिया गया है. सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 6.8 फीसदी रही है.
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन कार्यालय (एनएसएसओ) के आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले इसी तिमाही में यह 8.2 फीसदी थी. बेरोजगारी दर पिछले साल जनवरी-मार्च तिमाही में सबसे ज्यादा थी। इसका मुख्य कारण देश में कोविड संबंधित बाधाएं थी. सर्वेक्षण के अनुसार, बेरोजगारी दर पिछले साल जुलाई-सितंबर और अक्टूबर-दिसंबर में 7.2 फीसदी थी. वहीं, अप्रैल-जून, 2022 में यह 7.6 फीसदी थी.
एनएसएसओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि निश्चित अवधि पर होने वाले 18वें श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के अनुसार शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में बेरोजगारी दर अप्रैल- जून, 2022 में 7.6 फीसदी थी.
एनएसएसओ के आंकड़ों से पता चलता है कि शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (15 साल और उससे अधिक) में बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च, 2023 में घटकर 9.2 फीसदी पर आ गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 10.1 फीसदी थी. वहीं, पुरुषों में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर इस साल पहली तिमाही में कम होकर छह फभ्सदी रही, जो एक साल पहले 2022 की जनवरी-मार्च तिमाही में 7.7 फीसदी थी.