हरियाणा के नूंह में प्रशासन ने 28 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
नूंह प्रशासन ने यात्रा के लिए दिये गये आवदेन को किया खारिज
नूंह जिला प्रशासन ने इस यात्रा के लिए आयोजकों द्वारा दिये गये अनुमति संबंधी आवेदन को मंगलवार शाम को खारिज कर दिया. जुलाई में नूंह में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने इस बात की पुष्टि की कि यात्रा निकालने की अनुमति संबंधी आवेदन खारिज कर दिया गया है.
13 अगस्त को महापंचायत में बना था यात्रा का प्लान
एक सप्ताह पहले ही 13 अगस्त को पलवल के पोंडरी गांव में हिंदू संगठनों की महापंचायत में नूंह के नल्हार मंदिर से विहिप की यात्रा बहाल करने का निर्णय लिया गया था. अनुमति नहीं दिये जाने के बारे में जब स्थानीय विहिप नेता देवेंद्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें अनुमति न दिए जाने की जानकारी नहीं है और कहा कि यात्रा के लिए ‘किसी अनुमति की जरूरत नहीं है.
नूंह हिंसा का आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
हरियाणा के नूंह में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति को पुलिस ने जिले के तावडू इलाके में कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान आमिर के रूप में की गई है, जो डिढारा गांव का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि आरोपी और उसके सहयोगियों के तावडू के निकट अरावली पहाड़ियों में छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद तलाश अभियान शुरू किया गया था. पुलिस ने बताया कि पहाड़ियों में छिपे सांप्रदायिक हिंसा के अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है. आमिर के पास से एक देसी पिस्तौल और पांच कारतूस भी बरामद हुए हैं.
मुठभेड़ में आरोपी को पैर में लगी गोली
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लग गई. आरोपी को पकड़ने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे उपचार के लिए नलहड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.
क्या है मामला
विश्व हिंदू परिषद की यात्रा को रोकने की कोशिश को लेकर 31 जुलाई को नूंह में शुरू हुई झड़प गुरुग्राम तक फैल गई थी. इस हिंसा में दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी.