Video: ‘आंख खुली तो देखा किसी के हाथ नहीं तो किसी…’, जानें ओडिशा ट्रेन हादसे की कहानी चश्मदीदों की जुबानी
ओडिसा के बालसोर में हुए भयावाह ट्रेन हादसे ने रूह कांपने पर मजबूर का दिया है. ओडिशा के बालासोर में बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकरा गई. इस हादसे में अबतक 230 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 900 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं.
ओडिसा के बालसोर में हुए भयावाह ट्रेन हादसे ने रूह कांपने पर मजबूर का दिया है. ओडिशा के बालासोर में बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकरा गई. इस हादसे में अबतक 230 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 900 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. मुआवजे की घोषणा की जा चुकी है. इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के 12 लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी. इसमें से 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान रेल मंत्रालय ने किया है तो वहीं पीएम मोदी ने 2-2 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की है. राहत-बचाव कार्य जारी है.
#WATCH हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था… हमने देखा कि किसी का सर, हाथ, पैर नहीं था… हमारी सीट के निचे एक 2 साल का बच्चा था जो पूरी तरह से सुरक्षित है। बाद में हमने उसके परिवारिजन को बचाया: हादसे के बारे में बताते हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस का एक… pic.twitter.com/0Ni3WR1Lwy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 2, 2023
ट्रेन के वाशरूम से बाहर निकली तो देखा कि ट्रेन पूरी टेढ़ी हो गई- चश्मदीद
वहीं अगर बात करें चश्मदीदों की तो कोरोमंडल एक्सप्रेस से यात्रा करने वाली एक यात्री ने बताया, “मैं कोरामंडल से लौट रही थी. ट्रेन के वाशरूम से बाहर निकली तो देखा कि ट्रेन पूरी टेढ़ी हो गई. संतुलन बिगड़ने से मैं खुद को संभाल नहीं पा रही थी. सब सामन इधर-उधर हो गया था. लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे पड़े थे. कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है. इसके बाद हम लोग बाहर निकलकर आए”.
#WATCH हम यहां से 200 मीटर दूर मार्केट में थे, दुर्घटना की आवाज आई तो हम यहां पहुंचे। लोगों को अंदर से निकाला: ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना पर मौके पर मौजूद एक स्थानीय pic.twitter.com/asODZ1hRCc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
‘नींद खुली तो आंख के सामने था भयावह मंजर’
वहीं एक अन्य यात्री ने बताया की मैं सो रहा था ट्रेन में हलचलके बाद मेरी नींद टूटी मैंने देखा कई लोग मेरे ऊपर गिरे हुए हैं. जब मैं संभल कर उठा मेरे सामने मंजर काफी भयावह था. कई लोग खून से लथपथ थे, हर ओर चीखने चिल्लाने की आवाजें थी. मैंने कई ऐसे लोगों को देखा जिनके शरीर के अंग गायब थे.
‘हमने देखा कि किसी के हाथ नहीं तो किसी के पैर..’
वहीं एक अन्य यात्री ने बताया, हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था… हमने देखा कि किसी का सर, हाथ, पैर नहीं था… हमारी सीट के निचे एक 2 साल का बच्चा था जो पूरी तरह से सुरक्षित है. बाद में हमने उसके परिवारिजन को बचाया: हादसे के बारे में बताते हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस का एक यात्री.
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर हावड़ा- 033 – 26382217 खड़गपुर- 8972073925, 9332392339 बालासोर- 8249591559, 7978418322 शालीमार (कोलकाता) – 9903370746 रेलमदद- 044- 2535 4771
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