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ओडिशा रेल हादसे के बाद सभी जोन में सुरक्षा अभियान चलाने का आदेश, 14 जून तक सौंपनी होगी रिपोर्ट

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के असल कारण का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा, हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ.

By ArbindKumar Mishra | June 5, 2023 5:04 PM

ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसे के बाद रेलवे बोर्ड ने सोमवार को भारतीय रेलवे के सभी 19 जोनों को तुरंत सुरक्षा अभियान शुरू करने का निर्देश दिया. ओडिशा रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 1100 से अधिक लोग घायल हो गये.

14 जून तक सौंपनी होगी रिपोर्ट

बालासोर रेल हादसे के बाद रेलवे ने सुपर चेक अभियान के तहत सभी 19 जोनों में सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया गया है. रेलवे ने 14 जून को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. सभी जोन को सुरक्षा अभियान के दौरान सभी कमियों और अनियमितताओं को रिकॉर्ड करना होगा.

हाउसिंग सिग्नलिंग उपकरण की जांच का भी दिया निर्देश

TOI की खबर के अनुसार कार्यकारी निदेशक सुरक्षा तेज प्रकाश अग्रवाल ने सभी जोन को निर्देश दिया कि वे स्टेशन की सीमा के भीतर सभी गुमटी (छोटी दुकान) हाउसिंग सिग्नलिंग उपकरण की जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि डबल लॉकिंग व्यवस्था हो. साथ ही स्टेशनों के सभी रिले रूमों की जांच करने का भी निर्देश दिया गया है कि ‘डबल लॉकिंग अरेंजमेंट’ सही काम कर रही है या नहीं. इसकी भी जांच करने के लिए कहा गया है कि रिले रूम के दरवाजे खोलने और बंद करने के लिए डेटा लॉगिंग और एसएमएस अलर्ट हो.

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क्या है रिले रूम

दरअसल रिले रूम वातानुकूलित इनडोर सिस्टम है, जिसमें रेल ट्रैक से सभी सिग्नलिंग केबल समाप्त हो जाते हैं, और कमरे को संचालित करने के लिए ट्रैक की स्पष्ट तस्वीर देने के लिए सहायक स्टेशन प्रबंधक (एएसएम) पैनल से जुड़ते हैं. रिले रूम में दो अलग-अलग ताले होते हैं, एक की चाबी एएसएम के पास रहती है, जबकि दूसरी सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन (एसएंडटी) टीम के पास रहती है. अगर सिग्नल में कोई खराबी आती है, तो फिर इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल मेंटेनर (ईएसएम) एएसएम को एक डिस्कनेक्शन मेमो देते हैं और खराबी को सुधारने के लिए रिले रूम को खोलते हैं.

रेलवे ने तोड़फोड़, इंटरलॉकिंग प्रणाली से छेड़छाड़ की संभावना का दिया संकेत

रेलवे ने ओडिशा ट्रेन हादसे में चालक की गलती और प्रणाली की खराबी की संभावना से इनकार कर दिया है. साथ ही संभावित तोड़फोड़ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली से छेड़छाड़ का संकेत दिया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के असल कारण का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा, हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ.

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