जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र उमर खालिद दिल्ली दंगा के मामले में न्यायिक हिरासत में है. दिल्ली कोर्ट में सुनवाई के दौरान उमर खालिद ने आरोप लगाते हुए कहा, पुलिस मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है. मुझे अपने सेल से बाहर आकर किसी से भी मुलाकात करने की इजाजत नहीं है यह एक तरह से एकान्त कारावास की तरह है.
उमर खालिद ने सुनवाई के दौरान कहा, सुरक्षा का यह कतई मतलब नहीं है कि मुझे इस तरह सजा दी जाये. यह सब मेरे साथ अपर जेल अधीक्षक के आदेश के बाद किया जा रहा है. अपनी सेहत की जानकारी देते हुए खालिद ने कहा, मैं कुछ दिनों से अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं.
इसकी वजह यही है कि मुझे अकेला रखा जा रहा है मुझे असहज महसूस हो रहा है सिर्फ शारीरिक रूप से नहीं मानसिक तौर पर भी. इस मामले में पूरी जानकारी लेने के बाद कोर्ट ने जेल अधीक्षक को समन भेजा है और अगली सुनवाई में इस संबंध में विस्तार से जानकारी मांगी है जो शुक्रवार को होगी.
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पुलिस ने प्राथमिकी में दावा किया है कि सांप्रदायिक हिंसा ‘पूर्व-नियोजित साजिश’ थी, जिसे कथित रूप से खालिद और दो अन्य लोगों ने अंजाम दिया था. खालिद के खिलाफ राजद्रोह, हत्या, हत्या का प्रयास, धर्म के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच द्वेष पैदा करने और दंगा भड़काने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak