Omicron Guidelines India : कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रोन 13 देशों में अपने पांव पसार चुका है. कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे के मद्देनजर भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सोमवार को नयी गाइडलाइन जारी की. इसके मुताबिक, ‘एट रिस्क’ देशों से आने वाले सभी यात्रियों को आने के साथ ही कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा. टेस्टिंग की शर्त तब भी लागू होगी, जबकि आने वाले यात्री पूरी तरह वैक्सीनेटेड हों. अगर आप पॉजिटिव नहीं भी पाये जाते हैं, तब भी आपको होम कोरेंटिन रहना होगा.
‘एट रिस्क’ वाले देशों को छोड़कर बाकी देशों के यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति होगी. उन्हें 14 दिनों के लिए खुद की मॉनिटरिंग करनी होगी. ओमिक्रोन के खतरे की श्रेणी से जिन देशों को बाहर रखा गया है, वहां से आने वाले यात्रियों में पांच प्रतिशत की टेस्टिंग जरूर की जायेगी. बाहर जाने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले किये गये टेस्ट की रिपोर्ट देना जरूरी होगा.
पॉजिटिव पाये जाने वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जायेगा, सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी. निगेटिव पाये गये यात्री घर जा सकेंगे, पर सात दिन तक आइसोलेट रहना होगा और आठवें दिन फिर टेस्ट होगा और अगले सात दिन उन्हें मॉनीटिरिंग करनी होगी. केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिया है कि विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी करें, टेस्टिंग बढ़ाएं और कोरोना हॉटस्पॉट की भी निगरानी करें. बता दें कि कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड में है और पूरी एहतियात बरत रही है.
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भारत में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टिया ‘इंसाकॉग’ स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के सकारात्मक नमूनों के जीनोमिक विश्लेषण के परिणामों में तेजी ला रहा है.
पहली बार दक्षिण अफ्रीका ने 24 नवंबर को इस वैरिएंट का खुलासा किया था, वहीं 26 नवंबर आते-आते ओमिक्रोन पांच देशों तक फैल चुका था. अब 28 नवंबर तक ओमिक्रोन के केस कम-से-कम 11 देशों में मिल चुके हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रोन इन देशों के अलावा एक दर्जन और देशों में फैल चुका है.
Posted By : Amitabh Kumar