नए साल के जश्न पर ‘ओमिक्रॉन’ की नजर, देश में मच सकता है हाहाकार, मामले 410 के पार
फरवरी 2022 में ओमिक्रॉन(omicron) की तीसरी लहर आने का अनुमान लगाया गया है. वहीं, देश में अभी से ही नए वैरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. फिलहाल देश में ओमिक्रॉन के मामले 410 के पार चले गए हैं.
भारत में कोरोना(Coronavirus) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन(Omicron) के मामलों में तेजी दर्ज की जा रही है. इसके फैलने की क्षमता को देखते हुए इसकी वजह से फरवरी में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है. दुनिया के करीब 108 देशों में इस नए वेरिएंट से लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं. 26 लोगों की मौत भी हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश के 17 राज्यों में ओमिक्रॉन के अब तक 415 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें 115 लोग ठीक होकर घर वापस लौट चुके हैं. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज़्यादा 108 और 79 मामले हैं.
भारत में कोरोना के 7 हजार 189 नए मामले
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7,189 नए मामले आए हैं वहीं, 7,286 रिकवरी हुईं और 387 लोगों की कोरोना से मौत हुई. जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 हो गई है. वहीं, सक्रिय मामले 77,032 पहुंच गया है. अब तक 4 लाख 79 हजार लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है. देश में 141 करोड़ लोगों को कोरोना की पहली या दूसरी डोज दी जा चुकी है.
वहीं, केरल के कोविड(Coronavirus) विशेषज्ञ समिति के सदस्य डॉ टीएस अनीश ओमिक्रॉन(Omicron) को लेकर कहा कि वैश्विक रुझानों से पता चलता है कि ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 2-3 सप्ताह में 1000 तक पहुंच सकती है और एक मिलियन, शायद 2 महीनों में. भारत में एक बड़ा प्रकोप होने से पहले हमारे पास एक महीने से अधिक का समय नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें इसे रोकने की जरूरत है. वहीं, देश में ओमिक्रॉन के 183 मामलों की जांच की गई जिसमें पाया कि 70 फीसदी संक्रमितों में कोई लक्षण नजर नहीं आए हैं.
वहीं, ओमिक्रॉन(Omicron) के खतरे के बीच दिल्ली(Delhi) और महाराष्ट्र(Maharashtra) समेत कई राज्यों में पाबंदियों का दौर लौटना शुरु हो गया है. उत्तर प्रदेश में आज से नाइट कफ्यू लागू करने की घोषणा की गई है. राज्य में रात 11 बजे से 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा. वहीं, सरकार ने भी चेतावनी जारी की है. केंद्र सरकार ने चेताते हुए कहा कि दुनिया कोविड के चौथी लहर का सामना कर रही है. जिसे देखते हुए लोगों को सतर्कता बरतने और खासकर साल के आखिर में होने वाले जश्नों के दौरान एहतियात बरतने हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है. हालांकि भारत में अब भी डेल्टा वैरिएंट चिंता का कारण बना हुआ है.