भारत में ओमिक्रोन वैरिएंट के अबतक 25 मामले सामने आये हैं. राजस्थान में नौ, गुजरात में तीन, महाराष्ट्र में 10, कर्नाटक में दो और दिल्ली में एक व्यक्ति में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. संक्रमित लोगों में माइल्ड लक्षण देखने को मिल रहे हैं. देश में ओमिक्रोन का संक्रमण ज्यादा ना फैले इसके लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की खास निगरानी की जा रही है और उनकी प्रभावी स्क्रीनिंग भी हो रही है. केंद्र ने राज्य सरकारों को निगरानी बढ़ाने और विदेश से आने वाले यात्रियों का पर खास निगरानी रखने का आदेश दिया गया है.
Mask usage is declining in India. We have to remember that both vaccines and masks are important. As far as protection capability is concerned, we are now operating at a risky and unacceptable level. We should learn from the global situation: Dr VK Paul, Member-Health, NITI Aayog pic.twitter.com/KAC8eFySHd
— ANI (@ANI) December 10, 2021
#WATCH | WHO is warning against the decline in mask usage. Global scene of Omicron is disturbing…
We are now operating at a risky and unacceptable level. We have to remember that both vaccines and masks are important…: Dr VK Paul, Member-Health, NITI Aayog pic.twitter.com/kLtPb5Aa1F— ANI (@ANI) December 10, 2021
डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रोन को लेकर यह कहा कि कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को रोकने के लिए हमें टीकाकरण और कोरोना प्रोटोकॉल पर विशेष जोर देने की जरूरत है. पर्याप्त सावधानियों का पालन करना होगा. सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना प्रोटोकॉल में ढिलाई देने की वजह से ही यूरोप में संक्रमण की दर बढ़ी है.
हमारे देश में अभी संक्रमण दर 0.73 प्रतिशत है. पिछले 14 दिन से देश में संक्रमण के नये मामले 10 हजार से कम आ रहे हैं. केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. लव अग्रवाल ने कहा कि 24 नवंबर को सिर्फ दो देश में कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया था आज यह 59 देशों में फैल चुका है. अबतक विश्व में 2,936 मामले सामने आये हैं. इसके अलावा 78,054 संभावित मामलों का पता चला है इन लोगों का जीनोम सिक्वेंसिंग हो रहा है.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि अभी हम रिस्क जोन में हैं. हमने मास्क का प्रयोग कम कर दिया है. हमें यह समझना होगा कि वैक्सीनेशन और कोरोना के प्रति उचित व्यवहार ही हमें ओमिक्रोन के खतरे से बचा सकता है. अगर हमने लापरवाही की हमें बुरे परिणाम भुगतने होंगे. विश्व में जो स्थिति है उससे हमें सबक लेना चाहिए और वैक्सीन की दोनों डोज लेनी चाहिए और मास्क का हमेशा प्रयोग करना चाहिए.