Omicron Variant India News Updates सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि बच्चों में संक्रमण का खतरा हमेशा रहा है. भारत के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि बच्चे लगभग उसी दर से संक्रमित हुए हैं, जिस दर से वयस्क संक्रमित हुए. हालांकि, बच्चों में गंभीर बीमार पड़ने का खतरा कम ही रहेगा.
अनुराग अग्रवाल ने आगे कहा कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण के मामलों की संख्या के हिसाब से यह निश्चित रूप से आएगी, लेकिन स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था पर इसका असर कम ही रहने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस समय अच्छी प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग हाइब्रिड इम्युनिटी वाले हैं. देश की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा इस श्रेणी में आता है.
Children have always been at risk for infection. India's data show that children have got infected at almost same rate as adults. Children will continue to be at low risk for severe disease, but given enough number of infections, some will always develop severe disease, he added pic.twitter.com/vaggYOZozZ
— ANI (@ANI) December 3, 2021
अग्रवाल ने कहा कि अगर हम कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखें, तो इसमें सभी वो बाते मिलती हैं जो इसे ऐसा वेरिएंट बनाती हैं और यह तीसरी लहर लाने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर हम जो भी डाटा देख रहे हैं, उससे पता चलता है कि इसमें शरीर की प्रतिरोधक क्षमता से बचने की बहुत बड़ी खासियत है. उन्होंने कहा कि देश के एक हिस्सा अभी भी टीके की पहली खुराक से बचा हुआ है. ऐसे में हमें उनका हर हाल में टीकाकरण करना होगा. इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनको कोरोना रोधी टीके की बूस्टर खुराक दी जानी चाहिए.
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