75th Independence Day: 15 अगस्त को भारत ने देखा आजाद सुबह का पहला सूरज, जानें कैसा रहा 75 साल का सफर
भारत ने 15 अगस्त 1947 को लंबे संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की थी. इसके अलावा 15 अगस्त की तारीख भारतीय डाक सेवा के इतिहास में एक खास कारण से भी दर्ज है.
अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद भारत ने आखिरकार 15 अगस्त 1947 को आजाद हवा में सांस ली और आजाद सुबह का सूरज देखा. हालांकि, इस सूरज में बंटवारे के जख्म की लाली भी थी. बंटवारे के बाद मिली आजादी खुशी के साथ ही दंगों और सांप्रदायिक हिंसा का दर्द भी दे गई.
15 अगस्त का डाक सेवा से खास कनेक्शन
15 अगस्त की तारीख भारतीय डाक सेवा के इतिहास में एक खास कारण से दर्ज है. दरअसल 1972 में 15 अगस्त के ही दिन पोस्टल इंडेक्स नंबर अर्थात पिन कोड लागू किया गया था. हर इलाके के लिए अलग पिन कोड होने से डाक की आवाजाही में आसानी होने लगी.
देश-दुनिया के इतिहास में 15 अगस्त की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
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1854 : ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता (अब कोलकाता) से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन 1855 में शुरू हुआ.
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1866: लिकटेंस्टीन जर्मनी के शासन से मुक्त हुआ
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1872 : भारतीय दार्शनिक श्री अरबिंदो का जन्म.
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1886 : भारत के महान संत एवं विचारक गुरु रामकृष्ण परमहंस उर्फ गदाधर चटर्जी का निधन.
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1945: दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया दोनों आजाद हुए.
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1947 : भारत को अंग्रेज़ों की हुकूमत से आजादी मिली.
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1947 : रक्षा वीरता पुरस्कारों-परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र की स्थापना.
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1950 : भारत में 8.6 की तीव्रता वाले भूकंप के कारण 20 से 30 हजार लोगों की मौत.
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1960: कांगो फ्रांस की गुलामी से आज़ाद हुआ.
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1971 : बहरीन ब्रिटेन के शासन से आजाद हुआ.
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1972 : पोस्टल इंडेक्स नंबर अर्थात पिन कोड लागू किया गया.
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1975 : बांग्लादेश में सैनिक क्रान्ति.
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1982 : राष्ट्रव्यापी रंगीन प्रसारण और टीवी के राष्ट्रीय कार्यक्रम की शुरुआत.
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1990 : जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल आकाश का सफल प्रक्षेपण.
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2007 : दक्षिण अमेरिकी देश पेरु के मध्य तटीय इलाके में 8.0 तीव्रता के भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत.
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2021: अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा. राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ा.
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2021: हैती में भूकंप से 724 लोगों की मौत.
तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्जा
इसके अलावा अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान से वापस जाने के बाद 15 अगस्त 2021 को तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया और इसी के साथ पूरे देश पर तालिबान का कब्जा हो गया. इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर चले गए.
(भाषा- इनपुट के साथ)