बसंत पंचमी पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने बचपन को किया याद, कहा- जेब में पीला रूमाल डाल देती थीं दादी, …जानें क्यों है पीला का महत्व?

Basant Panchami, Priyanka Gandhi Vadra, Indira Gandhi : नयी दिल्ली : आज बसंत पंचमी है. वसंत ऋतु की पंचमी तिथि को विद्या की अधिष्ठात्री सरस्वती की आराधना की परंपरा है. साथ ही पीले रंग का वस्त्र पहन कर मां सरस्वती की पूजा करते हैं. साथ ही अबीर और गुलाल भी चढ़ाते हैं. इस दिन पीले रंग का खासा महत्व है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2021 11:46 AM
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नयी दिल्ली : आज बसंत पंचमी है. वसंत ऋतु की पंचमी तिथि को विद्या की अधिष्ठात्री सरस्वती की आराधना की परंपरा है. साथ ही पीले रंग का वस्त्र पहन कर मां सरस्वती की पूजा करते हैं. साथ ही अबीर और गुलाल भी चढ़ाते हैं. इस दिन पीले रंग का खासा महत्व है.

बसंत पंचमी के दिन से ठंड खत्म होने लगती है और मौसम सुहावना होने लगता है. पेड़-पौधों पर नयी पत्तियां, फूल-कलियां खिलने लग जाती हैं. सरसों की फसल से लहलहाती धरती पीली नजर आती है. इसको ध्यान में रखते हुए लोग बसंत पंचमी का स्वागत पीले वस्त्र पहन कर करते हैं.

बसंत पंचमी पर कई श्रद्धालु गंगा में डुबकी भी लगाते हैं. हरिद्वार से लेकर वाराणसी, बक्सर, पटना, सुल्तानपुर समेत सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल में बसंत पंचमी के पर्व का खासा महत्व है.

बसंत पंचमी के मौके पर कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर अपने बचपन के दिन को याद किया है. उन्होंने कहा है कि ”बसंत पंचमी के अवसर पर मेरी दादी इंदिरा जी स्कूल जाने से पहले हम दोनों की जेब में पीला रूमाल डाल देती थीं. आज भी उनकी परंपरा निभाते हुए मेरी मां सरसों के फूल मंगाकर घर में बसंत पंचमी के दिन सजाती हैं.”

साथ ही उन्होंने कहा है कि ”ज्ञान की देवी मां सरस्वती सबका कल्याण करें. आप सबको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं.” वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर शुभकामना दी है. उन्होंने कहा है कि ”बसंत पंचमी की आप सभी को शुभकामनाएं.”

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