जितिन के BJP में जाने पर मल्लिकार्जुन खडगे बोले- ”जानेवाले जाते हैं, उन्हें रोक नहीं सकते”, कहा- पंजाब गुटबाजी पर रिपोर्ट 3-4 दिनों में
Jitin Prasad, BJP, Congress, Mallikarjun Kharge : नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जानेवाले जितिन प्रसाद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी. इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जानेवाले जितिन प्रसाद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी. इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि ”जानेवाले जाते हैं, हम उन्हें रोक नहीं सकते. यह उनका फैसला था. उनका यहां (कांग्रेस पार्टी) भविष्य भी था. हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
Jaane wale jaate rehte hain, we can’t stop them. It was his decision, he also had a future here (Congress Party). However, it is unfortunate: Congress MP Mallikarjun Kharge on #JitinPrasada joining BJP pic.twitter.com/xcbJBmGzx7
— ANI (@ANI) June 9, 2021
वहीं, पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि तीन-चार दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगे. मालूम हो कि पंजाब कांग्रेस में मचे घमसान को लेकर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. कमेटी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत अन्य विधायकों के साथ बैठक की है.
We (Congress panel constituted to resolve factionalism in Punjab Congress) will submit the report within 3-4 days: Congress MP Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/SabveKIhzl
— ANI (@ANI) June 9, 2021
जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि ”वह मेरे छोटे भाई जैसे हैं और मैं उनका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में स्वागत करता हूं. मैं उन्हें बधाई देता हूं. मालूम हो कि बुधवार को भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने कहा है कि ”मैंने अपने जिले, राज्य और देश के हित में और लोगों के हितों की रक्षा के लिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बहुत विचार-विमर्श के साथ यह निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा है कि पहले जिस पार्टी में मैं था, वहां अपने लोगों के हितों की रक्षा ही नहीं होती है. अगर आप अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते हैं, तो ऐसे में वहां रहने का कोई औचित्य नहीं है. साथ ही कहा है कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मैं कहां से आ रहा हूं. महत्वपूर्ण है कि कहां आ रहा हूं.