नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महामारी रोग अधिनियम अध्यादेश को लेकर बुधवार को कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं हो सकता. हमारे स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से इस जंग में बहादुरी से लड़ रहे है.
पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि महामारी रोग (संशोधन) 2020 प्रत्येक प्रत्येक और हर स्वास्थ्य सेवा कार्यकर्ता की रक्षा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो सीमा पर COVID-19 से बहादुरी से जूझ रहे हैं. यह हमारे पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. उनकी सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं हो सकता है.
बता दें, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कोरोना वायरस महामारी से देश को बचाने की कोशिस कर रहे है स्वास्थ्यकर्मियों हमलों का सामना कर रहे है.उनके खिलाफ हिंसा या कोई अन्य घटना बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी.उनकी सुरक्षा के लिए सरकार पूरा संरक्षण देने वाला अध्यादेश जारी करेगी. प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर के बाद ये तुरंत प्रभाव से जारी होगा. जावड़ेकर ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ हमला करने वालों को 3 महीने से 5 साल तक सजा होगी.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अप्रैल को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत करेंगे. इस दौरान कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन पर चर्चा होगी. बता दें कि पीएम मोदी ने 3 मई तक देश में लॉकडाउन घोषित किया हुआ है.