COVID- 19 : विश्व विरासत दिवस के मौके पर लाल किले और कुतुब मीनार पर दीपक जलाकर Coronavirus से लड़ने का दिया संदेश

विश्व विरासत दिवस के मौके पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने आज दिल्ली, कोलकाता और कूच बिहार स्थित स्मारकों में दीपक जलाकर विश्व विरासत दिवस मनाया, साथ ही कोरोना वायरस से लड़ने का संदेश भी दिया

By Shaurya Punj | April 19, 2020 1:22 AM

विश्व विरासत दिवस के मौके पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने आज दिल्ली, कोलकाता और कूच बिहार स्थित स्मारकों में दीपक जलाकर विश्व विरासत दिवस मनाया, साथ ही कोरोना वायरस से लड़ने का संदेश भी दिया. विश्व धरोहर दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले को मिट्टी के दीए से इस तरह सजाया गया कि जैसे आज दिल्ली में दीवाली उत्सव हो मिट्टी के दीयों से भारत का मानचित्र बनाया गया और ऐसा बताया गया कि मानो भारत दियो के बीच सजा हो.

विश्व विरासत दिवस के मौके पर दिल्ली में लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा, कोलकाता में मेटकाफ हॉल, पश्चिम बंगाल में मुद्रा भवन और पश्चिम बंगाल में कूच बिहार पैलेस संग्रहालय को विश्व धरोहर दिवस के रूप में चिह्नित किया गया.

इस विश्व विरासत दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित ऐतिहासिक स्मारकों से संदेश देकर कोविड-19 के खात्मे की अपील जारी की गई. इसके लिए सभी स्मारकों में दीप प्रज्ज्वलित किए गए.

लाल किला की रोशनी में चमकता हुआ संदेश हम जीतेंगे शब्दों के साथ भारत का नक्शा बनाया गया. एएसआई ने ट्विटर पर लाल किले से एक छोटी वीडियो क्लिप पोस्ट की और लिखा: “कोरोना वायरस महामारी के इस कठिन समय में, लाल किले से एक संदेश है कि हम जीतेंगे.”

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि इस वक्त देश में जो कोरोना की स्थिति है उसमें अबतक देश में 1991 लोग स्वस्थ हुए हैं. कल से अबतक 991 नये केस आये हैं. कुल 14378 मामले हैं. 24 घंटे में 43 लोगों की मौत हुई है. हमें स्टेट लेवल पर किये गये कार्य के कारण अच्छे रिजल्ट मिल रहे हैं. पिछले 28 दिनों में 23 जिले हैं जहां केस नहीं है. 12 स्टेट ऐसे हैं जहां नये केस नहीं है. उन्होंने बताया कि 23 राज्यों में जमात के कार्यक्रम की वजह से कोरोना के मरीज बढ़े हैं. दिल्ली में तो 63 फीसदी मरीज इसी कार्यक्रम से सामने आये हैं.

भारत में कोरोना के कारण मृत्युदर 3.3 फीसदी है. अगर उम्र के हिसाब से ऐनालिसिस किया जाए तो 14.4 फीसदी मौतें 45 साल तक के लोगों की हुई है. 45-60 फीसदी के उम्र के मरीजों में 10.3 फीसदी, 60 से 75 साल के मरीजों में 33.1 फीसदी और 75 साल से ऊपर के मरीजों में 42.2 फीसदी मृत्युदर रही

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