800 से अधिक महिलाओं को चूना लगाने वाले ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट ग्रुप का भंडाफोड़, गुरुग्राम से चार गिरफ्तार

पुलिस ने मामले पर रौशनी डालते हुए बताया कि- गिरोह ने हाल ही में DLF Phase III की एक महिला को 2 लाख रुपये से अधिक की ठगी की और उसे एक मोबाइल ऐप के माध्यम से निवेश करने और हाई रिटर्न देने का वादा किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2023 8:57 PM
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आये दिन ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी खबरें सामने आती रहती है. ऐसी ही एक और घटना सामने आयी है. रिपोर्ट्स की माने तो इस मामले में 800 से ज्यादा महिलाओं को ठगा जा चुका है. सामने आयी जानकारी के मताबिक पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े चार लोगों को हिरासत में भी लिया है. इन सभी पर महिलाओं को घर से काम करने का प्रलोभन देने का आरोप है. पुलिस ने मामले पर बात करते हुए बताया कि- इस गिरोह ने हाल ही में DLF Phase III में रहने वाली एक महिला से ज्यादा फायदा का लालच देकर मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये इन्वेस्ट कराकर 2 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी है.

800 महिलाओं से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया

हरियाणा के गुरुग्राम की साइबर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर मोबाइल के जरिये घर से काम करने का प्रलोभन देकर करीब 800 महिलाओं से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया. पुलिस ने बताया कि गिरोह ने हाल में शहर के डीएलएफ फेज-III (DLF Phase III) में रहने वाली एक महिला से ज्यादा लाभ का प्रलोभन देकर मोबाइल ऐप के जरिये निवेश कराकर करीब 2 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली के तिलक नगर निवासी तुषार कोहली (24) और विनोद कुमार भसीन (35), दिल्ली के ही उत्तम नगर निवासी शैलेश कुमार (25) और गुरुग्राम के कन्हाई गांव निवासी राम कुमार रमण के तौर पर की गई है.

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ऑनलाइन मोबाइल ऐप के संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

पुलिस के मुताबिक DLF Phase-III की रहने वाली पलक श्रीवास्तव ने 2 लाख रुपये से अधिक की राशि की कथित धोखाधड़ी के मामले में ऑनलाइन मोबाइल ऐप के संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. शिकायत के मुताबिक श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी एक सहेली ने पिछले साल सलाह दी कि वह उच्च मुनाफा के लिए ऐप BP PLC में निवेश करें. श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने और उनकी मां ने करीब 2.30 लाख रुपये का निवेश किया और जब उन्हें निवेश योजना के फर्जी होने का पता चला तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन संचालक ने उनसे और निवेश करने को कहा.

पुलिस टीम ने गिरोह का किया भंडाफोड़

श्रीवास्तव ने अपनी शिकायत में दावा किया- उक्त मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये करीब एक हजार लोगों से धोखाधड़ी की गई है. साइबर अपराध (पूर्व) पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक जसवीर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गिरोह का भंडाफोड़ किया और चार लोगों को धर दबोचा. एसीपी, साइबर प्रियांशु दीवान ने कहा- हम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं और इस दौरान कई और मामलों के सुलझने की उम्मीद है. (भाषा इनपुट के साथ)

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