Operation Kaveri: सूडान में इस समय हालात काफी नाजुक बने हुए हैं. लगातार गृहयुद्ध के माहौल से लोग काफी घबराये हुए हैं. युद्ध के बीच कई अन्य देशों के नागरिक भी यहां फंसे हुए हैं. सभी देश अपने नागरिकों को यहां से निकालने और उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. इसी बीच भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी की शुरुआत की है. ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत सरकार सूडान में फंसे 3,000 भारतीय नागरिकों को बाहर निकालना चाहती है. जानकारी के लिए बता दें कल शाम इसी ऑपरेशन के तहत 365 भारतीय अपने देश सुरक्षित लौटे हैं.
भारत हिंसाग्रस्त सूडान में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के अपने अभियान के तहत आज 229 लोगों के एक और समूह को स्वदेश लेकर आया. ये लोग बेंगलुरु पहुंचे. इससे एक दिन पहले सूडान से 365 लोग दिल्ली पहुंचे थे. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया- ऑपरेशन कावेरी के तहत एक और उड़ान से 229 यात्रियों को बेंगलुरु लाया गया. निकासी अभियान के तहत, शुक्रवार को 754 लोग दो समूहों में भारत पहुंचे थे. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सूडान से अब तक 1,954 लोगों को स्वदेश लाया जा चुका है.
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ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत शरणार्थियों को सऊदी अरब के जेद्दा शहर ले जा रहा है, जहां से उन्हें स्वदेश वापस लाया जा रहा है. कुल 360 नागरिकों के पहले समूह को एक कमर्शियल एयरक्राफ्ट से नयी दिल्ली लाया गया था. वहीं, दूसरे समूह में अगले ही दिन भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर फ्लाइट से 246 नागरिकों को मुंबई लाया गया था.
ऑपरेशन कावेरी के तहत रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. ऑपरेशन के तहत फंसे हुए नागरिकों का एक समूह कल सुबह दिल्ली लाया गया. भारतीय मिटटी पर कदम रखने के बाद सभी नागरिकों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाये. इन सभी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से लगातार किये जा रहे कोशिशों की तारीफ भी की. (भाषा इनपुट के साथ)