VIDEO: महिला आरक्षण बिल पर निशिकांत दुबे के बोलने पर विपक्ष का हंगामा, अमित शाह ने कसा तंज

Women Reservation Bill पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अपना संबोधन शुरू किया तो विपक्ष ने हंगामा शुरु कर दिया. विपक्ष के हंगामे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने ऐसा जवाब दिया जिसके बाद वह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

By Aditya kumar | September 20, 2023 1:28 PM

Women Reservation Bill : महिला आरक्षण बिल को लेकर सदन में चर्चा जारी है. केंद्र सरकार ने कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद बिल को सदन के पटल पर उतारा है. ऐसे में बुधवार को इस बिल पर चर्चा करते हुए सोनिया गांधी ने बताया कि यह बिल पूर्व पीएम राजीव गांधी का अधूरा सपना है. अगर यह बिल पास होता है तो उनका सपना पूरा होगा. उनके संबोधन के बाद जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अपना संबोधन शुरू किया तो विपक्ष ने हंगामा शुरु कर दिया. विपक्ष के हंगामे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने ऐसा जवाब दिया जिसके बाद वह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

महिला सांसद के नहीं बोलने पर आपत्ति जताई

लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण संबंधी संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा में भाग लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशिकांत दुबे खड़े हुए तो विपक्ष के सदस्यों ने किसी महिला सांसद के नहीं बोलने पर आपत्ति जताई, जिस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘‘महिलाओं के बारे में भाइयों को भी आगे बढ़कर सोचना चाहिए’’. निचले सदन में ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023’ पर चर्चा की शुरुआत कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने की.

कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य शोर-शराबा करने लगे

इसके बाद जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे का नाम लिया और उन्होंने बोलना शुरू किया तो कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य शोर-शराबा करने लगे. समझा जाता है कि वे महिलाओं को अधिकार देने से जुड़े विधेयक पर चर्चा में सत्ता पक्ष के प्रथम वक्ता के रूप में किसी महिला सदस्य को मौका नहीं दिये जाने पर आपत्ति जता रहे थे. गृह मंत्री शाह ने इस पर कहा कि महिलाओं के बारे में चिंता करने का अधिकार सभी को है.

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उन्होंने सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम लेते हुए कहा, ‘‘क्या महिलाओं की चिंता केवल महिलाएं ही करेंगी. पुरुष उनकी चिंता नहीं कर सकते हैं. आप किस प्रकार के समाज की रचना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि महिलाओं की चिंता, महिलाओं का हित, महिलाओं के बारे में आगे बढ़कर भाइयों को सोचना चाहिए और यही इस देश की परंपरा है. दुबे ने कहा, ‘‘कांग्रेस या उसके समर्थक दल किस तरह लोकतंत्र का गला घोंटते हैं, मैं इसका उदाहरण हूं.’’ उन्होंने कहा कि महिलाओं के कारण ही यहां पुरुष भी हैं.

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