बेंगलुरु में बीजेपी और एनडीए के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए 26 विपक्षी दलों की जारी बैठक का आज दूसरा दिन. आज यानी मंगलवार को एक बार फिर विपक्षी नेता लोकसभा चुनाव समेत अन्य मुद्दों पर आम सहमति बनाने की कोशिश करेंगे. बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में आज एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी शामिल हो रहे हैं. सोमवार की बैठक में वो शामिल नहीं हो पाये थे. बता दें, बेंगलुरु में सोमवार को आयोजित बैठक में विपक्षी दलों ने कई मुद्दों पर चर्चा की. तकरीबन पौने दो घंटे चली बैठक के बाद विपक्षी एकता पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम भारत को तानाशाही, जन विरोधी, नफरत और लूट की राजनीति से मुक्त करना चाहते हैं. वहीं, मंगलवार की बैठक में विपक्ष के नेता मंत्रणा करेंगे कि कैसे अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और एकजुट होकर उसे मात दी जाए.
रात्रि भोज में भी हुई रणनीति पर चर्चा
इससे पहले बेंगलुरु में विपक्षी दलों के नेताओं ने दो दिवसीय बैठक के पहले दिन सोमवार को रात्रिभोज के मौके पर अनौपचारिक रूप से चर्चा की थी. अपनी चर्चा में विपक्षी दलों ने यह संदेश देने की कोशिश की, कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वे एकजुट हैं. पहले दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता शामिल हुए.
गेम चेंजर साबित होगी विपक्षी दलों की बैठक- कांग्रेस
पहले दिन की बैठक से पूर्व कांग्रेस ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता भारत के राजनीतिक परिदृश्य के लिए परिवर्तनकारी साबित होगी तथा जो लोग अकेले दम पर विपक्षी दलों को हरा देने का दंभ भरते थे, वे इन दिनों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भूत में नयी जान फूंकने की कोशिश में लगे हुए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा था कि संसद में सभी विपक्षी दलों पर अकेले भारी पड़ने की बात करने के बाद अब उन्हें 30 छोटे-छोटे दलों को गिनने की जरूरत क्यों पड़ गई.
बीजेपी पर साधा निशाना
बता दें, सूत्रों का कहना है कि दूसरे दिन की बैठक में विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे. सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल साझा न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर काम करेंगे और मिलकर आंदोलन करने की योजना की घोषणा करने के साथ ही साझा घोषणापत्र और हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक उम्मीदवार खड़ा करने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे. विपक्षी दलों की पिछली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी.
एनडीए भी कर रही है बैठक
विपक्षी दलों के दूसरे दिन की बैठक आज फिर बेंगलुरु में होने वाली है, इसके खिलाफ आज दिल्ली में एनडीए की भी मीटिंग है. उम्मीद की जा रही है कि बैठक में 38 दल हिस्सा लेंगे. एनडीए की बैठक में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), ओपी राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के साथ-साथ सहित बीजेपी के कई नए सहयोगी दल भी बैठक में शामिल हो रहे है. मीटिंग को लेकर सोमवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद नड्डा ने एक ट्वीट में कहा कि चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने का फैसला किया है.
एनडीए में शामिल नहीं होंगे शरद पवार
एनसीपी में अजित पवार गुट की बगावत और सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने सोमवार को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी. एनसीपी के 25 से 30 विधायक शरद पवार से मिले थे. मुलाकात में विधायकों ने शरद पवार से बीच का रास्ता निकालने की गुहार लगाई. जिस पर एनसीपी चीफ ने कहा कि रास्ता आप भटके हैं. मैं बीजेपी के साथ कभी नहीं जाऊंगा. उन्होने कहा कि मैंने हमेशा सेक्युलर राजनीति की है आगे भी वही करूंगा.
विपक्ष की बैठक पर बीजेपी का प्रहार
बेंगलुरु में हो रही विपक्ष की बैठक को लेकर बीजेपी ने कड़ा हमला किया है. विपक्ष की बैठक पर बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन भानुमति का कुनबा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का न तो कोई नेता है और न ही इनकी कोई नीति. नड्डा ने विपक्षी एकता को भ्रष्टाचार और घोटालों का टोला करार दिया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया कि चोरों की बारात पहुंची बेंगलुरु, मगर सवाल एक- दूल्हा कौन?. हालांकि, कांग्रेस ने भी एनडीए की बैठक को लेकर तंज करते हुए कहा है कि जो लोग विपक्षी दलों को अकेले हराने की बात करते थे, वे अब भूत बन चुके एनडीए में नई जान फूंकने का प्रयास कर रहे हैं.
भाषा इनपुट से साभार