Owaisi on PM Modi: ‘चीन का नाम लेने का मिलेगा साहस’, ओबामा विवाद पर बोले ओवैसी, मणिपुर को लेकर भी कसा तंज
ओवैसी ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है. अपने ट्वीट में ओवैसी ने लिखा है कि 'मोदी जी की विदेश यात्रा से उन्हें चीन की दादागिरी के आगे झुकने के बजाय अब उसका नाम लेने का साहस मिलेगा. उन्होंने कहा कि मणिपुर बीते आठ हफ्तों से सुलग रहा है, ऐसे में पीएम मोदी मणिपुर पर भी अपनी चुप्पी तोड़ेंगे.
Owaisi On Obama Row: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल ही में भारत में मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर एक बयान दिया था. ओबामा के उस बयान को लेकर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी को घेर रही है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि मोदी जी की विदेश यात्रा से उन्हें मणिपुर संकट और चीनी घुसपैठ पर अपनी चुप्पी तोड़ने का साहस मिलेगा.
Is anyone surprised that more ministers in @PMOIndia government are willing to attack a former US President than there are willing to name China, which continues to deny our soldiers right to patrol 26 out of 65 PPs in Ladakh?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 26, 2023
ओवैसी ने किया ट्वीट
ओवैसी ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है. अपने ट्वीट में ओवैसी ने लिखा है कि ‘मोदी जी की विदेश यात्रा से उन्हें चीन की दादागिरी के आगे झुकने के बजाय अब उसका नाम लेने का साहस मिलेगा. उन्होंने कहा कि मणिपुर बीते आठ हफ्तों से सुलग रहा है, ऐसे में पीएम मोदी मणिपुर पर भी अपनी चुप्पी तोड़ेंगे. ओवैसा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर में राज्य के शस्त्रागार से 4000 से ज्यादा हथियार लूट लिए गए और किसी के भी खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.
ओबामा पर अटैक करने वाले मंत्रियों की संख्या कही ज्यादा
ओवैसी ने मीडिया पर भी तंज कसते हुए कहा कि कश्मीर की बात तो छोड़ दीजिए, विपक्ष की ओर से शासित किसी भी राज्य में इसका एक अंश भी होने पर हमारी मीडिया के सुनियोजित आक्रोश की कल्पना कीजिए. एनडीए सरकार पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि दावा किया कि जितने मंत्री चीन का नाम लेने को इच्छुक हैं उससे कहीं अधिक मंत्री अमेरिका के एक पूर्व राष्ट्रपति पर हमला करने के इच्छुक हैं.
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारत में मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर जो बयान दिया था उसपर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा समेत कई और एनडीए नेताओं ने प्रतिक्रिया दी थी. वहीं, ओवैसी ने कहा कि वो केन्द्रीय वित्त मंत्री को बताना चाहते है कि भारत के 20 करोड़ मुसलमानों का सऊदी अरब, मिस्र और ईरान के नेताओं और मुसलमानों से कोई लेना देना नहीं है.
क्या था बराक ओबामा का बयान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि अगर धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बरकरार नहीं रखा गया, तो भारत टूट सकता है. उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के मुस्लिम वंश के संदर्भ में यह भी सुझाव दिया कि जो बाइडन और पीएम मोदी की चर्चा के दौरान इस मुद्दे का उल्लेख करना उचित है.
ओबामा ने यह भी कहा कि उन्होंने कहा कि अगर वो पीएम मोदी से बातचीत करते तो उनकी एजेंडा में भारतीय अल्पसंख्यकों की रक्षा पर भी फोकस होता. ओबामा ने यह भी कहा कि वो पीएम मोदी से कहते कि अगर आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने में समर्थ नहीं हैं, तो इस बात की काफी संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर टूटना शुरू कर देगा.