Video: “चुल्लू भर पानी में डूब मरो तुम…तुमने जवानों के खून से होली खेली”, ओवैसी का सत्यपाल मलिक पर हमला

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 2019 के पुलवामा हमले के बारे में कुछ विस्फोटक टिप्पणी करने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक पर तंज कसा और पूछा कि वह पिछले चार वर्षों से चुप क्यों थे.

By Abhishek Anand | May 4, 2023 11:34 AM

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 2019 के पुलवामा हमले के बारे में कुछ विस्फोटक टिप्पणी करने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक पर तंज कसा और पूछा कि वह पिछले चार वर्षों से चुप क्यों हैं. “भारत के लिए आपका क्या प्यार है जो आपने भारत के जवानों के खून में होली खेली. आप राज्यपाल थे, आपने उस समय पद छोड़ कर ये सब क्यों नहीं कहा? लेकिन उस समय आपको अपने पद के लिए प्यार था.”


“चुल्लू भर पानी में डूब मारो तुम”, सत्यपाल मलिक पर ओवैसी का तंज 

ओवैसी ने कहा, “सत्यपाल मलिक मेघालय सहित अन्य राज्यों के राज्यपाल भी थे. जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया गया था, तब वह राज्यपाल थे. अब वह पुलवामा हमले के कुछ विवरण के साथ आ रहे हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या यह आपका प्यार है? ओवैसी ने कहा, “चुल्लू भर पानी में डूब मारो तुम.” ओवैसी ने कहा, “आप ये सब कब कह रहे हैं? चार साल बाद..जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद, पुलवामा के बाद. आप चाहते थे कि पीएम मोदी चुनाव जीतें.

सीबीआई ने की सत्यपाल मलिक से पूछताछ 

आपको बताएं कि, बीमा घोटाला मामले में मलिक को सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने के तुरंत बाद सत्यपाल मलिक के खुलासे से भाजपा और विपक्ष के बीच नया फ्लैशप्वाइंट बन गए. शुक्रवार को मलिक से सीबीआई की टीम ने भी पूछताछ की थी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सत्यपाल मलिक के दावों पर बात की है और कहा है कि वह अलग होने के बाद ही ये आरोप लगा रहे हैं. अमित शाह ने कहा, “मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि बीजेपी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिसे छुपाने की जरूरत है. अगर हमसे अलग होने के बाद कोई आरोप लगा रहा है तो मीडिया और लोगों को उसका आकलन करना चाहिए.”

अमित शाह का सत्यपाल मलिक पर बयान 

शाह ने कहा था, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया है जिसे छुपाने की जरूरत हो. अगर हमें छोड़ने के बाद व्यक्तिगत, राजनीतिक स्वार्थ के लिए कुछ टिप्पणियां की जाती हैं, तो उनका मूल्यांकन जनता, मीडिया को करना चाहिए…’ हालांकि, सत्य पाल मलिक ने आरोप को खारिज कर दिया था और कहा कि उन्होंने पुलवामा हमले के दिन ही इस मुद्दे को उठाया.

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