AIMIM प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा है कि पीएम मोदी की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नेवी में हमें 200 जहाज की जरूरत है हमारे पास बस 130 हैं. ओवैसी ने कहा कि इसकी इजाजत प्रधानमंत्री क्यों नहीं दे रहे हैं. इसकी इजाजत इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को अपनी नीतियों से बर्बाद कर दिया है. उनके पास पैसे नहीं हैं.
ओवैसी ने नेवी को दी बधाई: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्होंने आईएनएस विक्रांत के लिए इंडियन नेवी को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि INS विक्रांत स्वदेशी विमान वाहक पोत है जिसका कमीशन आज प्रधानमंत्री ने अपने हाथों से किया. उन्होंने कहा कि इसे 2013 में लॉन्च किया गया था. हमें ये भी सोचना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तीसरे विमानवाहक की इजाजत क्यों नहीं दे रही है.
नेवी में हमें 200 जहाज की जरूरत है हमारे पास बस 130 हैं इसकी इजाजत प्रधानमंत्री क्यों नहीं दे रहे हैं? इसकी इजाजत इसलिए नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को अपनी नीतियों से बर्बाद कर दिया है। उनके पास पैसे नहीं हैं: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी pic.twitter.com/I2o1LHzrlO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 2, 2022
तीसरे विमानवाहक की इजाजत क्यों नहीं: ओवैसी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नेवी को तीसरे एयरक्राफ्ट की जरूरत है. लेकिन पीएम मोदी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि, आज आईएनएस विक्रांत को लांच कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि लेकिन हमें यह सोचना होगा कि देश को तीसरे वाहक विमान की भी जरूरत है.
चीन का नाम लेकर कसा तंज: ओवैसी ने चीन का नाम लेकर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि, आईएनएस विक्रांत के आ जाने के बाद शायद पीएम मोदी को चीन के खिलाफ बोलने की साहस आ जाएगी. ओवैसी ने कहा कि चीन ने देश के 10 गांवों पर कब्जा कर लिया है. ऐसे में ओवैसी ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि अब पीएम मोदी चीन के साथ बोल सकते हैं.
गौरतलब है कि, आज यानी शुक्रवार को पीएम मोदी ने स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का जलावतरण किया. बता दें यह युद्धपोत कई अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस है. इसके मिग 29 के और रोमियो हेलिकॉप्टर समेत कई और घातक हथियारों से लैस किया गया है. आईएनएस विक्रांत 262 मीटर लंबा है और इसकी चौड़ाई 62 मीटर है. इसे बनाने में करीब 20,000 करोड़ रुपये की लागत आई है.
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